
वाहनों के फ्लीट का प्रबंधन एक चुनतीपूर्ण काम है। अब भारत में अधिकतर टोल सिस्टम फास्टटैग को अपना रहे हैं, ऐसे में वाहनों का सुचारू संचालन और भी महत्वपूर्ण हो गया है। फ्लीट मालिकों के लिए कई FASTags का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करना लॉजिस्टिक बाधाओं से बचने, लागत को कम करने और टोल नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हो गया है। सही रणनीतियों और उपकरणों, जैसे एक मजबूत FASTag लॉगिन ऐप, का उपयोग करके, फ्लीट के मालिक टोल प्रबंधन को सरल बना सकते हैं। इस रणनीति से वाहनों के संचालन के काम को और आसान बनाया जा सकता है।
FASTag एक RFID-सक्षम स्टिकर है, जिसे वाहन की विंडशील्ड पर लगाया जाता है। यह पूरे भारत में टोल प्लाजा पर सरल स्वचलित टोल भुगतान की सुविधा प्रदान करता है। टोल राशि सीधे लिंक किए गए वॉलेट या बैंक खाते से काट ली जाती है। इससे टोल देने की ये प्रक्रिया कैशलेस और आसान हो जाती है।
हालांकि, कई वाहनों के FASTags के प्रबंधन के लिए सही तकनीक और नजरिए की जरूरत होती है।
1. FASTag बैलेंस का ट्रैक रखना: प्रत्येक वाहन के अलग-अलग टोल खर्चों के कारण फास्टटैक में मौजूद बैलेंस को मॉनिटर करना मुश्किल हो सकता है।
2. रिचार्ज करना: कई FASTags को मैन्युअली रिचार्ज करने में समय लगता है और इसमें गलती होने की आशंका भी रहती है।
3. लेन-देन की निगरानी: केंद्रीकृत ट्रैकिंग के बिना अनियमित खर्चों या दुरुपयोग की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
4. खर्चों को समेकित करना: कई फास्टटैग होने की वजह से वित्तीय प्रबंधन मुश्किल हो सकता है। अलग-अलग वाहनों के टोल खर्च का हिसाब रखना वित्तीय हिसाब-किताब के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इन चुनौतियों से बचने के लिए फ्लीट मालिकों को एक सुनियोजित योजना और स्मार्ट फास्ट टैग लॉग इन वाले एप की जरूरत है।
1. केंद्रीकृत FASTag लॉगिन ऐप का उपयोग करें
कई FASTags के प्रबंधन के लिए एक केंद्रीकृत ऐप फ्लीट मालिकों के लिए उपयोगी है। ये ऐप्स सभी वाहनों के लिए टोल भुगतान को ट्रैक और नियंत्रित करने के लिए एकीकृत सुविधा प्रदान करते हैं। आप ऐसे एप के जरिए अपने सभी वाहनों के टोल खर्च का सटीक हिसाब-किताब रख पाएंगे और उनका आसानी से प्रबंधन कर पाएंगे।
फास्टटैग लॉग इन एप में इन विशेषताओं का ध्यान रखें-
इसके क्या फायदे होंगे?
उदाहरण:
Paytm और Bajaj Finserv जैसे ऐप्स सेंट्रल डैशबोर्ड और रीयल-टाइम ट्रैकिंग प्रदान करते हैं। फ्लीट मालिक इनसे फायदा उठा सकते हैं।
2. FASTag आटोमैटिक रिचार्ज होता है
बार-बार फास्टटैग को रिचार्ज करने में सिर्फ समय ही खर्च नहीं होता है बल्कि इससे प्रशासनिक चुनौतियां भी पैदा होती हैं। ऑटोमेशन से सभी फास्टटैग में पर्याप्त बैलेंस सुनिश्चित होता है।
ये कैसे काम करता है?
इसका फायदा क्या है?
प्रो टिप:
कई फास्टटैग लॉग इन ऐप में यह सुविधा पहले से उपलब्ध है।आपको बस इसका इस्तेमाल शुरू करना है। इससे फ्लीट मालिकों के लिए बैलेंस का प्रबंधन आसान हो जाता है।
3. विस्तृत रिपोर्ट से टोल भुगतान पर नजर रखना
टोल लेन-देन का ट्रैक रखना वित्तीय जवाबदेही और दुरुपयोग रोकने के लिए बेहद जरूरी है। FASTag ऐप प्रत्येक वाहन के लिए विस्तृत लेन-देन का रिकार्ड उपलब्ध करवाती हैं।
मॉनिटर करें:
इसके फायदे:
उदाहरणः पेटीएम और बजाज फिनसर्व जैसे ऐप लेनदेन का विस्तृत डेटा प्रदान करते हैं। स्पष्ट दिशानिर्देश निर्धारित करते दुरुपयोग को रोका जा सकता है और कार्य में कुशलता लाई जा सकती है।
4. ड्राइवर उपयोग नीतियां लागू करना
फास्टटैग के फायदेमंद उपयोग में ड्राइवर अहम भूमिका निभाते हैं। ड्राइवरों के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश स्थापित करना FASTags के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करता है।
नीतियां:
प्रो टिप:
GPS ट्रैकिंग और FASTag ऐप का उपयोग करके वाहनों की गतिविधियों और मार्गों की निगरानी करें। इससे नीतियों और नियमों का पालन भी सुनिश्चित होगा।
5. स्पष्ट हिसाब-किताब से समझें कहां कितना टोल खर्च हुआ
फ्लीट के लिए टोल खर्चों का समेकन बजट और वित्तीय रिपोर्टिंग के लिए आवश्यक है। एक फास्ट टैग लॉगइन एप के जरिए आसानी से ये हिसाब-किताब रखा जा सकता है और इससे समेकित खर्च के आंकनल और विश्लेषण में भी मदद मिलती है।
टोल खर्च को कंसोलिडेट (समेकित) कैसे करें?
इसके क्या फायदे होंगे?
उदाहरणः पेटीएम और बजाज फिनसर्व जैसे एप से आप महीनावार रिपोर्ट हासिल कर सकते हैं। इसमें श्रेणीबद्ध तरीके से खर्च का हिसाब-किताब होता है जिसे आप आसानी से अपने वित्तीय रिकॉर्ड में शामिल कर सकते हैं।
6. टोल खर्च कम करने के लिए मार्ग निर्धारित करें
फास्टटैग के जरिए टोल बूथ पर आसानी से टोल का भुगतान हो जाता है। गैर जरूरी टोल देने से बचने के लिए आप मार्ग निर्धारित कर सकते हैं। इससे लागत और कम हो जाती है। फास्टटैग ट्रांजेक्शन डेटा के साथ रूट निर्धारण टूल का इस्तेमाल करें। इससे आप अपने फ्लीट के लिए सबसे कम खर्च वाले मार्ग तय कर सकते हैं।
कैसे करें:
प्रो टिप:
नियमित तौर पर टोल खर्चों को देखें और अपने फास्ट टैग लॉग इन एप से मिले डेटा के आधार पर कम खर्च वाले मार्ग निर्धारित करें।
फ्लीट के लिए कई फास्टटैग का प्रबंधन जटिल काम नहीं होना चाहिए। एक सेंट्रलाइज्ड फास्टटैग लॉग इन एप का इस्तेमाल करके, ऑटोमैटिक रिचार्ज करके, लेन-देन पर नजर रख कर और कम खर्च वाले रूट तय करके, फ्लीट मालिक टोल खर्च प्रबंधन को बेहतर कर सकते हैं और अपनी कार्य क्षमता बढ़ा सकते हैं।
सही FASTag ऐप फ्लीट के मालिकों को सशक्त बनाता है और टोल भुगतान को सहज और आसान करता है। इन स्मार्ट रणनीतियों के साथ, आप समय और धन बचा सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका फ्लीट सुचारू रूप से चलता रहे और टोल नियमों का पालन होता रहे।