जीवन में बुरा समय बता कर नहीं आता। इसके लिए हमें तैयार रहना चाहिए। कई बार विपरित परिस्थितियों में किसी के सामने हाथ न फैलाना न पड़े, इसके लिए हमें खुद तैयारी करनी चाहिए। इसके लिए हम अपने आय का एक हिस्सा लेकर इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए।
बिजनेस डेस्क. हमारे देश में 4 में से सिर्फ एक शख्स इमरजेंसी लोन तैयार करता है। वहीं अमेरिका में सिर्फ 44% लोग ही खराब समय के लिए बचत करते है। कोरोना काल में लोगों को सबसे ज्यादा एहसास हुआ कि बूरे वक्त के लिए अलग से पैसे जमा करने चाहिए। इस दौरान कई लोगों की नौकरी चली गई। तो कई लोगों का व्यवसाय बंद हो गया। ऐसे में उनके पास अपना दैनिक खर्च के लिए भी पैसे नहीं बचे। ऐसे में कई लोगों को एहसास हो गया कि उन्हें इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए।
अब जानिए इमरजेंसी फंड से जुड़े सवालों के जवाब
क्यों बनाना चाहिए इमरजेंसी फंड?
कई बार जीवन में ऐसे मौके आते है जब हमें अचानक से पैसों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में किसी से उधार लेने से या कर्ज लेने से बचना है तो इमरजेंसी फंड एक बड़ा सहारा बनता है। अगर इमरजेंसी फंड के अभाव में कर्ज लेना पड़ा तो जिंदगी का लंबा समय ये कर्ज और इस पर लगने वाले ब्याज को चुकाने में ही निकल जाता है। ऐसे में हमें इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए।
इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए?
इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए, इसके लिए हमें अपने महीने का खर्च तय कर लेना चाहिए। जैसे कि आपके घर खर्च और राशन के साथ दूसरे खर्च का भी आकलन कर लेना चाहिए। अगर किश्त चल रही हो तो उसे भी जोड़ लेना चाहिए। फिर इसमें 12 गुना करने पर आपको इमरजेंसी फंड तैयार करने वाली रकम मिल जाएगी। मसलन अगर आपका मासिक खर्च 25 हजार रुपए है, तो आपका इमरजेंसी फंड कम से कम 6 लाख रुपए होना चाहिए।
फंड कैसे तैयार करें
आपको अपनी कमाई का 30% हिस्सा बचाना चाहिए। इसमें आपको 15% इन्वेस्ट करना चाहिए। बचे हुए हिस्से को इमरजेंसी फंड में एड करना चाहिए।
फंड तैयार करते वक्त रखें इन बातों का ध्यान
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