नौकरी बदलने पर पुराने सैलरी अकाउंट का क्या करें, क्लोज करें या रखें?

Published : Oct 01, 2025, 05:46 PM IST
Salary Account Management Tips

सार

Salary Account: नौकरी बदलते समय पुराने सैलरी अकाउंट को क्लोज करना चाहिए या नहीं? यह बंद करना या रखना आपकी फाइनेंशियल कंडीशन और PF, टैक्स रिकॉर्ड पर निर्भर करता है। इस आर्टिकल में जानिए सबसे सही तरीका क्या है... 

Salary Account Management Tips: नौकरी बदलना आजकल आम बात हो गई है। लेकिन जब बात सैलरी अकाउंट की आती है, तो बहुत से लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं, 'क्या पुराने बैंक अकाउंट को बंद कर दूं या उसे रखने में फायदा है?' यह सवाल इसलिए बेहद जरूरी हो जाता है, क्योंकि यह सिर्फ वित्तीय सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि फ्यूचर में इनकम टैक्स, PF और अन्य बेनेफिट्स से भी जुड़ा है। तो चलिए जानते हैं जॉब चेंज करते पर पुराने सैलरी अकाउंट का क्या करें...

पुराने सैलरी अकाउंट को बंद करने के फायदे

1. अकाउंट मैनेजमेंट आसान होता है

अगर आपके पास दो या ज्यादा बैंक अकाउंट हैं, तो ट्रांजेक्शन और बिल पेमेंट्स मैनेज करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। पुराने अकाउंट को क्लोज करने से यह बोझ कम हो जाता है और अकाउंट को मैनेज करना काफी आसान।

2. कम बैंक फीस और चार्ज

कुछ बैंक अकाउंट में मेंटेनेंस चार्ज या न्यूनतम बैलेंस की शर्त होती है। पुराने अकाउंट को बंद करने से आप अनावश्यक चार्ज बचा सकते हैं। अगर आप इसे नहीं बंद करते हैं तो इस तरह के फीस और चार्ज आपकी जेब पर भार बनते रहेंगे।

3. सेफ्टी कारण

एक इन-एक्टिव अकाउंट अगर लंबे समय तक खुला रहता है तो फ्रॉड का शिकार हो सकता है। इसे बंद करना फाइनेंशियल सेफ्टी के तौर पर काफी अच्छा है। इसलिए नौकरी बदलने पर पुराने सैलरी अकाउंट को बंद कर देना चाहिए।

पुराने सैलरी अकाउंट रखने के फायदे

1. पेंशन, PF और टैक्स रिकॉर्ड के लिए आसान

अगर पुराने अकाउंट में PF या टैक्स डिडक्शन जुड़ा है, तो इसे बंद करने से रिकॉर्ड ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है। पुराने अकाउंट को रखने से आपके रिटायर्ड और टैक्स रिकॉर्ड को ट्रैक करना आसान रहता है और फ्यूचर में किसी भी विवाद या क्लैरिफिकेशन में मदद मिलती है।

2. पुराने पेमेंट्स और क्रेडिट हिस्ट्री

कभी-कभी पुराने अकाउंट की क्रेडिट हिस्ट्री नई नौकरी, बैंक लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन में काम आ सकती है। बैंक के लिए यह दिखाता है कि आपका फाइनेंशियल बिहैवियर स्थिर और भरोसेमंद रहा है, जिससे अप्रूवल की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

3. इमरजेंसी फंड के लिए

अगर पुराने अकाउंट में थोड़ा बैलेंस है, तो इसे बचत और इमरजेंसी फंड के रूप में रखा जा सकता है। अचानक किसी खर्च या मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में यह बैकअप फंड आपके काम आ सकता है।

नौकरी बदलने पर क्या करें, क्लोज करें या रखें?

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के अनुसार, अकाउंट निष्क्रिय है और उसमें कोई जरूरी फंड या PF लिंक नहीं है, तो इसे बंद करना बेहतर है। अगर अकाउंट में पीएफ, टैक्स रिकॉर्ड या पुराने लोन-इंवेस्टमेंट लिंक है, तो उसे रख सकते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है, 'पुराने अकाउंट का बैलेंस ट्रांसफर कर दें और अकाउंट को ऑनलाइन डिएक्टिवेट करवा दें। इससे सुरक्षा बनी रहती है और फ्यूचर में जरूरत पड़ने पर इसे रिएक्टिवेट भी किया जा सकता है।'

बैंक अकाउंट क्लोज करते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  • ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बंद करें। सबसे पहले डेबिट, क्रेडिट और ऑटोपेमेंट्स को नए अकाउंट में शिफ्ट करें।
  • नई नौकरी के PF और सैलरी अकाउंट को अपडेट करना न भूलें।
  • अकाउंट क्लोजिंग फॉर्म भरें। बैंक जाकर या ऑनलाइन फॉर्म भरकर अकाउंट को सही तरीके से बंद कराएं।
  • अकाउंट क्लोजिंग की रिसिप्ट रखें। फ्यूचर में किसी डिपॉजिट या टैक्स क्लेम के लिए यह जरूरी हो सकती है।

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