
Gold Historical Price: भारत को आजाद हुए 78 साल हो चुके हैं। इस दौरान कई चीजों के दाम फर्श से अर्श पर पहुंच चुके हैं। यहां तक कि सोने की कीमत तो 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच चुकी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, आजादी के समय यानी 1947 में सोने की कीमत कितनी थी? वहीं, उस वक्त पैदा हुए किसी शख्स के पास अगर 100 ग्राम सोना रहा होगा और उसने आज तक उसे संभाल कर रखा होगा तो उसकी कीमत अब क्या होगी? आइए जानते हैं।
1947 में यानी आज से 78 साल पहले भारत में सोने की कीमत करीब 88.60 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। यानी उस समय जिसके पास 100 ग्राम सोना होगा उसकी कीमत 880 रुपए के आसपास रही होगी। वहीं, अब सोना 1,00,000 रुपए है। इस हिसाब से देखें तो आज की डेट में उस सोने की कीमत 10 लाख रुपए से ज्यादा है। यानी आजादी से अब तक सोने की कीमत 1136 गुना बढ़ चुकी है। उस समय के सोने की कीमत की आज से तुलना करें तो एक चॉकलेट (डेरी मिल्क) की कीमत में बड़े आराम से 10 ग्राम सोना खरीदा जा सकता था।
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सोने की कीमत में तेजी की सबसे बड़ी वजह महंगाई है। पिछले 78 साल में महंगाई के चलते वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं, जबकि उसके अनुपात में मुद्रा का मूल्य घटा है। इसके अलावा जैसे-जैसे इकोनॉमी ग्रो करती है, वैसे ही सोने की डिमांड भी बढ़ती जाती है। सोने की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी की एक वजह जियो-पॉलिटिकल टेंशन भी है। जब-जब दुनिया में अनिश्चितता बढ़ती है, तो लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में पैसा लगाना सुरक्षित समझते हैं। इसके चलते गोल्ड की डिमांड और कीमत दोनों बढ़ती है।
साल | सोने की सालाना एवरेज कीमत (24 कैरेट प्रति 10 ग्राम) |
| 1947 | 88.62 रुपए |
| 1964 | 63.25 रुपए |
| 1970 | 184 रुपए |
| 1975 | 540 रुपए |
| 1980 | 1,330 रुपए |
| 1985 | 2,130 रुपए |
| 1990 | 3,200 रुपए |
| 1995 | 4,680 रुपए |
| 2000 | 4,400 रुपए |
| 2005 | 7,000 रुपए |
| 2010 | 18,500 रुपए |
| 2015 | 26,343 रुपए |
| 2020 | 48,651 रुपए |
| 2021 | .48,720 रुपए |
| 2022 | 52,670 रुपए |
| 2023 | 65,330 रुपए |
| 2024 | 77,913 रुपए |
| 2025 | 1,00,000 रुपए |
1947 में जब देश को आजादी मिली उस वक्त सोना 100 रुपए से भी कम यानी 90 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास था। आजादी के बाद शेयर मार्केट से लेकर ग्लोबल लेवल पर स्टेबिलिटी देखने को मिली, जिसके चलते सोने की कीमत में और गिरावट आने लगी। इसके चलते 1964 तक यानी 17 साल में सोना महंगा होने के बजाय टूटकर 63 रुपए तक पहुंच गया। हालांकि, 4 साल बाद यानी 1967 के आसपास सोना 100 रुपये के पार पहुंच गया।
सोने की कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी कोरोना काल के दौरान हुई। 2020 में कोविड के दौरान जहां गोल्ड की कीमत 48,650 रुपए के आसपास थी, वहीं 2025 आते-आते इसकी कीमत लगभग दोगुनी बढ़कर 1 लाख रुपए के आसपास पहुंच गई। 2023 में Gold का भाव 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल को पार कर गया था। वहीं, 2024 में इसने 77,900 रुपये का लेवल पार किया। 2025 अगस्त तक सोना 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंच चुका है।
साल 2025 की बात करें तो 1 जनवरी को 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत 76,162 रुपए
इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 76,162 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास था, जो अब 1,00,023 रुपए पर पहुंच चुका है। यानी पिछले साढ़े 7 महीने में सोने की कीमत में 23,861 रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि साल के आखिर तक सोना 1,05,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के लेवल को छू सकता है।
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