Gold Import Tariff USA : इस साल सोने की कीमतों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अमेरिका के गोल्ड बार पर नए टैरिफ, डॉलर की मजबूती और वैश्विक अस्थिरता के चलते गोल्ड 1 लाख के पार पहुंच गया है। जानिए 2025 में अब तक सोना कितना महंगा हो चुका है?
Gold Price Trend : अगर आप रक्षाबंधन या आने वाले समय में सोना खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो रुकिए। अब सोने की कीमत 1 लाख की कीमत को पार कर चुकी है, जिससे बाजार में हलचल है। सोने के दाम बढ़ने की सबसे बड़ी वजह अमेरिका का गोल्ड इंपोर्ट पर भारी-भरकम टैरिफ है, जिसने ग्लोबल गोल्ड सप्लाई चेन को झटका दिया है। इससे न सिर्फ US में सोना महंगा हुआ है, बल्कि भारत में भी इसकी कीमतों ने रफ्तार पकड़ ली है। 8 अगस्त 2025 को MCX पर सोना 1.02 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। आइए जानते हैं आखिर अमेरिका ने टैरिफ क्यों लगाया, इसका भारत और आपके वॉलेट पर क्या असर पड़ेगा, आने वाले दिनों में कीमतें कहां तक जा सकती हैं, और इस समय आपको गोल्ड खरीदना, बेचना चाहिए या नहीं?
गोल्ड मार्केट में क्या हो रहा है?
साल 2025 में अब तक सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। ग्लोबल मार्केट में कीमतें 26% से ज्यादा बढ़ चुकी हैं और भारत में तो 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा भी पार हो चुका है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिका का गोल्ड इंपोर्ट पर नया टैरिफ है। 31 जुलाई 2025 को US कस्टम्स और बॉर्डर प्रोटेक्शन ने एक चौंकाने वाला आदेश जारी किया, जिसके तहत 1 किलो और 100 औंस गोल्ड बार पर भारी टैरिफ लगा दिया गया। ये नया टैक्स 8 अगस्त 2025 से लागू हो गया है। सबसे ज्यादा झटका स्विट्ज़रलैंड को लगा है, जो अमेरिका को सबसे ज्यादा सोना एक्सपोर्ट (61.5 अरब डॉलर सालाना) करता है। इसके पीछे कारण रूस से तेल खरीद, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक आर्थिक दबाव बढ़ाना है।
अमेरिका के कदम का भारत पर क्या असर पड़ा?
अमेरिका के गोल्ड इंपोर्ट पर नए टैरिफ का भारत पर सीधा असर भले न हो, लेकिन इनडायरेक्ट इंपैक्ट बड़ा है। इससे अमेरिका में डिमांड बढ़ने से वैश्विक सप्लाई चेन डिस्टर्ब हुई। इसका असर भारत में गोल्ड की कीमतों पर भी दिखा। MCX पर गोल्ड फ्यूचर्स 1.02 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए। IBJA डेटा के अनुसार, 8 अगस्त 2025 को 24 कैरेट सोना 1,01,406 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं? 5 बड़े कारण
- अमेरिका के टैरिफ से अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल है। टैरिफ से ग्लोबल सप्लाई चेन टूटी और Comex पर गोल्ड ने 3534.10 डॉलर प्रति औंस का ऑल टाइम हाई छू लिया।
- अमेरिका में जॉब मार्केट के कमजोर संकेत और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं सोने को और मजबूत बना रही हैं।
- WGC (World Gold Council) के अनुसार, ग्लोबल गोल्ड ETFs में लगातार इनफ्लो देखा गया है, खासकर अमेरिका और यूरोप से।
- जुलाई 2025 में डॉलर मजबूत था, फिर भी सोने की कीमतें बढ़ीं, जो बताता है कि गोल्ड एक सेफ हेवन एसेट के तौर पर मजबूत बना हुआ है।
- सोने की कीमतें बढ़ने से ग्राहक 22 कैरेट से 18 कैरेट की ज्वेलरी की तरफ शिफ्ट कर रहे हैं।
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सोना इस साल अब तक कितना महंगा हुआ?
1 जनवरी 2025 से लेकर अब तक 24 कैरेट सोने की कीमत में 25,244 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 10 ग्राम सोने का भाव 76,162 रुपए से बढ़कर 1,01,406 रुपए तक पहुंच चुका है। अगर पिछले साल 2024 की बात करें, तो पूरे सालभर में सोना सिर्फ 12,810 रुपए ही महंगा हुआ था, जो इस साल की बढ़त से काफी कम है।
