10 LAKH करोड़ एक झटके में डूबे, शेयर बाजार के लहूलुहान होने की 5 सबसे बड़ी वजह

Published : Apr 04, 2025, 07:20 PM IST
Stock market crash reason

सार

Stock Market Updates: ट्रंप के टैरिफ से शेयर बाजार में भारी गिरावट! निवेशकों के लाखों करोड़ डूबे। क्या यह ग्लोबल ट्रेड वॉर की शुरुआत है?

Stock Market Crash Today: ट्रंप के टैरिफ से दुनियाभर के शेयर बाजारों में कोहराम मच गया है। इसकी आग से खुद अमेरिका का स्टॉक मार्केट भी नहीं बच पाया है। गुरुवार रात अमेरिकी बाजार में Nasdaq करीब 6% टूट गया, जबकि Dow Jones में 4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इतना ही नहीं, S&P 500 भी 5% लुढ़क गया। इसका असर शुक्रवार 4 अप्रैल को भारतीय बाजारों पर भी दिखा। सेंसेक्स 930 प्वाइंट जबकि निफ्टी 345 अंक लुढ़क कर बंद हुआ। हालांकि, इसमें अमेरिका जैसी गिरावट नहीं है। जानते हैं शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजहें।

1- ट्रंप के टैरिफ से ग्लोबल ट्रेड वॉर की आशंका

ट्रंप के नए टैरिफ ऐलानों के बाद ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर शुरू होने की आशंका बढ़ गई है, जिसके चलते निवेशकों में डर का माहौल है। 4 अप्रैल को शेयर बाजार की गिरावट के चलते चंद घंटों में निवेशकों के 9.78 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए।

2- ग्लोबल मार्केट में गिरावट का असर

अमेरिका में S&P 500 इंडेक्स 5% और Nasdaq 5.5% गिरा, जो 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं, एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 3%, दक्षिण कोरिया का Kospi 2% नीचे रहा। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला और BSE मिडकैप-स्मॉलकैप इंडेक्स दोनों 3% तक टूट गए।

3- महंगाई बढ़ने का डर

ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने से दुनियाभर में महंगाई बढ़ने की आशंका है। एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि महंगाई का सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर ही पड सकता है। क्योंकि दूसरे देशों से आने वाला समान अब ज्‍यादा कीमत पर मिलेगा। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी दिखा और सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट आईटी, फार्मा, एनर्जी, कमोडिटी कैपिटल गुड्स और रियलिटी शेयरों में दिखी।

4- अमेरिका में मंदी से डरे बाजार

ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद ग्‍लोबल मार्केट में महंगाई बढ़ने के साथ ही मंदी का जोखिम भी बढ़ गया है। डॉयचे बैंक के सीनियर इकोनॉमिस्ट ब्रेट रयान ने कहा कि ट्रंप के टैरिफ से इस साल अमेरिकी विकास दर में 1-1.5% की कमी आ सकती है, जिससे मंदी का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि भारतीय इकोनॉमी काफी मजबूत स्थिति में है।

5- सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयर

BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3 अप्रैल को 413.33 लाख करोड़ रुपए था, जो 4 अप्रैल को घटकर 403.55 लाख करोड़ रुपए रह गया। यानी कुछ घंटों में ही निवेशकों ने करीब 9.78 लाख करोड़ रुपए डुबा दिए। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा मोटर्स, एलएंडटी, अडानी पोर्ट्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में दिखी। ये 3.83% से लेकर 6.15 प्रतिशत तक टूट गए।

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