
Zomato Ambulance Service: जोमैटो अपनी टेन मिनट एंबुलेंस सर्विस को विस्तार देने जा रही है। Zomato के सह-संस्थापक दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने गुरुवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर एक अहम अपडेट साझा करते हुए बताया कि कंपनी अब अपनी 10 मिनट इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा को मजबूत करने के लिए इन-हाउस पैरामेडिक ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर रही है। उन्होंने लिखा कि यह हमारी सबसे कठिन और संसाधन-गहन चुनौतियों में से एक है लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।
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Blinkit (Zomato की क्विक-कॉमर्स यूनिट) के ज़रिए इस साल जनवरी में शुरू की गई इस सेवा ने सिर्फ गोल्फ कोर्स रोड से शुरू होकर अब तक गुरुग्राम के आधे हिस्से को कवर कर लिया है। 12 एंबुलेंस और 6 डिपो की मदद से अब तक 594 कॉल्स रिस्पॉन्ड की जा चुकी हैं जिनमें आधे गंभीर आपातकालीन मामले थे।
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जोमैटो सह-संस्थापक गोयल ने दावा किया कि सेवा 83% मामलों में 10 मिनट के भीतर मरीज तक पहुंच चुकी है। उनका कहना है कि हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिस पर लोग भरोसा कर सकें कि ज़रूरत के समय मदद सिर्फ मिनटों दूर है।
कंपनी अब इन-हाउस पैरामेडिकल ट्रेनिंग सेंटर खोल रही है। इस ट्रेनिंग सेंटर से साफ है कि Zomato इस मिशन को केवल प्रयोग नहीं बल्कि लंबी अवधि की रणनीति के रूप में देख रही है।
जोमैटो के हर एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर, AED मशीन, सक्शन डिवाइस और इमरजेंसी दवाएं मौजूद हैं। साथ में एक पैरामेडिक, सहायक और प्रशिक्षित ड्राइवर तैनात रहता है। सेवा के लिए ₹2000 की फ्लैट फीस ली जाती है।
Blinkit के CEO अलबिंदर धिंदसा ने लॉन्च के वक्त ही कहा था कि यह सेवा मुनाफे के लिए नहीं बल्कि लंबे समय तक इस समस्या का समाधान निकालने के उद्देश्य से शुरू की गई है। उन्होंने दो साल में इस सेवा को सभी बड़े भारतीय शहरों तक पहुंचाने का रोडमैप भी रखा है। हालांकि, लॉन्च के ठीक एक दिन बाद केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल ने सार्वजनिक रूप से Zomato को याद दिलाया था कि भारत के स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवा नियमों का पूर्ण पालन जरूरी है।