रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) में अबू धाबी की Mubadala Investment Company ने 6,247 करोड़ रुपए का निवेश किया है और 1.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।
बिजनेस डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) में अबू धाबी की Mubadala Investment Company ने 6,247 करोड़ रुपए का निवेश किया है और 1.4 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। बता दें कि पिछले 3 सप्ताह में रिलायंस रिटेल मे यह पांचवां निवेश है। यह निवेश 4.29 लाख करोड़ रुपए की प्री-इक्विटी वैल्यू पर किया गया है। इससे पहले RIL ने बुधवार को बताया था कि प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक (Silver Lake Partners) की को-इन्वेस्टर कंपनी रिलायंस रिटेल में 1,875 करोड़ रुपए का और भी निवेश करेगी।
रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक की 2.13 फीसदी हुई हिस्सेदारी
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में सिल्वर लेक और इसकी को-इन्वेस्टर कंपनी का कुल निवेश 9,375 करोड़ रुपए हो गया है। इसके साथ ही सिल्वर लेक की रिलायंस रिटेल में कुल हिस्सेदारी 2.13 फीसदी हो गई है। रिलायंस की ओर से स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग (Stock Exchange Filing) में दी गई जानकारी के मुताबिक, रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी वैल्यू करीब 4.285 लाख करोड़ रुपए की है। इस डील पर RIL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि भारतीय रिटेल सेक्टर के लिए सिल्वर लेक और इसके को-इन्वेस्टर महत्वपूर्ण पार्टनर हैं।
रिलायंस को मिली बड़ी कामयाबी
रिलायंस रिटेल को कुछ हफ्ते में विदेशी निवेशकों से फंड जुटाने में बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। रिलायंस रिटेल अब देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी बन गई है। इसने कुछ हफ्ते के भीतर 19,000 करोड़ रुपए से ज्यादा जुटा लिए हैं। यह फंड प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक पार्टनर्स और अमेरिकी फर्म KKR से आया है। सिल्वर लेक ने रिलायंस रिटेल में 1.75 फीसदी और केकेआर ने 1.28 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। 30 सितंबर को ही प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक (General Atlantic) ने कहा था कि वह रिलायंस रिटेल में 0.84 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 3,675 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
क्या है रिलायंस रिटेल की स्ट्रैटजी
रिलायंस रिटेल के लिए इस डील में फाइनेंशियल एडवाइजर की भूमिका मॉर्गन स्टेनली ने निभाई है। रिलायंस रिटेल की स्ट्रैटजी रिटेल सेक्टर में छोटे और असंगठित व्यापारियों को अपने साथ जोड़ने की है। रिलायंस रिटेल के देशभर में 12,000 से ज्यादा स्टोर हैं। कंपनी 2 करोड़ रिटेल व्यापारियों को अपने डिजिटल नेटवर्क से जोड़ना चाहती है।