अब NRI भी अपने बुजुर्ग परिजनों के घर के लगभग सभी बिल का भुगतार सात समुंदर पार से ही कर सकेंगे। आरबीआई ने इसको लेकर एक बेहतरीन पहल की है। भारत बिल पेमेंट सिस्टम को और भी आसान कर दिया गया है।
बिजनेस डेस्कः RBI ने सीनियर सिटीजन को एक बड़ा तोहफा दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने भारत बिल पेमेंट सिस्टम (Bharat Bill Payment System) को ज्यादा आसान बना दिया है। इसके तहत कोई भी एनआरआई भारत में किसी भी प्रकार के बिल का भुगतान कर सकेंगे। इसे यूं भी कह सकते हैं कि यह NRI के लिए भी बड़े सौगात से कम नहीं है। कोई भी NRI बेटा या बेटी सीधे भारत में आपके बिजली का बिल, पानी का बिल, और अन्य तरह के बिल का भुगतान कर सकेंगे।
केवल भारत में ही होता था उपयोग
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इससे विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा। भारत बिल पेमेंट सिस्टम बिल भुगतान के लिए एक इंटरऑपरेबल प्लेटफॉर्म है, पहले यह सर्विस केवल भारत में ग्राहकों के लिए ही उपलब्ध थी। अभी तक इस सिस्टम में 20,000 से अधिक बिल भरने वाले ग्राहक हैं। Bharat Bill Payment System में हर महीने लगभग 8 करोड़ से अधिक लेनदेन की प्रोसेसिंग होती है। नॉन-रेजिडेंट्स इंडियन (NRI) को भारत में अपने परिवारों की ओर से यूटिलिटी, एजुकेशन और अन्य बिल भुगतान की सुविधा दी गई है। बता दें कि भारत बिल पेमेंट सिस्टम को क्रॉस बॉर्डर इनवर्ड पेमेंट्स स्वीकार करने में सक्षम बनाने का प्रस्ताव है। इसका मतलब है कि विदेश से पेमेंट को स्वीकार करने योग्य इसे बनाया जा रहा है।
बता दें कि बीबीपीएस (Bharat Bill Payment System) से ग्राहक किसी भी प्रकार का बिल पेमेंट कर सकते हैं। यह सेवा ग्राहकों को ऑनलाइन इंटर-ऑपरेशन बिल पेमेंट सर्विस प्रदान करती है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अंतर्गत बीबीपीएस काम करता है।
बिजली, टेलिफोन से लेकर पानी तक का होता है बिल पेमेंट
बीबीपीएस पेमेंट के जरिये कई तरीके से बिल पेमेंट किए जा सकते हैं। SMS या रसीद के माध्यम से बिल भुगतान हो जाती है। एक कस्टमर बिजली, पानी, टेलिफोन, DTH, Gas वगैरह के बिल का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा इश्योरेंस प्रीमियम, म्यूचुअल फंड, स्कूल फीस, इंस्टीट्यूशन फीस, Credit Card, FasTAG रिचार्ज, लोकल टैक्स, हाउसिंग सोसाइटी जैसे अन्य पेमेंट्स को भी आसानी से किया जा सकताहै। कोई ग्राहक अगर पेमेंट से रिलेटेड शिकायत करे, तो उस समस्या के लिए एक बेहतरीन सिस्टम भी बनाया गया है।
यह भी पढ़ें- RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद सीधा आपकी जेब पर पड़ेगा असर, समझें Loan और EMI का पूरा गणित