OLA में बड़ी छंटनी- 1000 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, EV बिजनेस बढ़ाने के लिए कंपनी ने लिया है बड़ा फैसला

Published : Jul 29, 2022, 11:11 AM ISTUpdated : Jul 29, 2022, 11:46 AM IST
OLA में बड़ी छंटनी- 1000 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, EV बिजनेस बढ़ाने के लिए कंपनी ने लिया है बड़ा फैसला

सार

ओला अपने 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी में है। सूत्रों ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है। 

बिजनेस डेस्कः ओला (Ola) अपने कर्मचारियों की संख्‍या में कटौती करने जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कंपनी आने वाले दिनों में 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देगी। ओला अपने इलेक्ट्रिक सेग्मेंट पर फोकस करने के लिए दूसरे खर्चीले बिजनेस बंद कर रही है। कंपनी ने कर्मचारियों को पिंक स्लिप देना शुरू कर दिया है। अपने कई कर्मचारियों के लिए एनुअल अप्रेजल को भी औपचारिक रूप देना अभी बाकी है। अब कंपनी अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल बिजनेस के लिए हायरिंग करने जा रही है। 

400-500 ही होनी थी छंटनी
बता दें कि छंटनी संख्या का अनुमान लगभग 400-500 था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि अंतिम आंकड़ा लगभग 1,000 को छू सकता है। भर्ती प्रक्रिया में लगे अधिकारियों के अनुसार, दोबोरा से बहाली प्रक्रिया अभी कुछ और हफ्तों तक चलने की उम्मीद है। अपने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है। इसलिए युद्ध स्तर पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और इसके यूज्ड कारों के कारोबार सहित वर्टिकल के लिए चल रही है।

इंप्लॉइ को इस्तीफा देना का दबाव
एक एग्जिक्यूटिव ने बताया कि छंटनी करने वालों को स्वेच्छा से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वहीं एक अन्य ओला के कर्मचारी ने बताया कि कंपनी कई कर्मचारियों के एप्रेजल प्रोसेस में देरी कर रही है, जिन्हें कंपनी बर्खास्त करना चाहती है। कंपनी ऐसा इसलिए कर रही है कि क्योंकि वे खुद से इस्तीफा दे दें।

आईपीओ लाने की दिशा में ओला के कदम
ओला ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे विदेशी बाजारों में निवेश पर भी ब्रेक लगा दिया है, जहां वह पहले से मौजूद है। एक रिपोर्ट के अनुसार ओला के कोर मोबिलिटी में लगभग 1100 कर्मचारी जॉब करते हैं। हर महीने 100-150 करोड़ रुपए का रेवेन्यू भी जेनरेट करते हैं। जिससे 40-50 करोड़ रुपए का प्रॉफिट बी आता है। जानकारी के मुताबिक, ओला डैश जैसे खर्चीले कारोबार के कारण और कर्मचारियों की छंटनी के कारण कंपनी का कारोबार और ऑपरेशनल मार्जिन बढ़ेगा। आईपीओ की दिशा में आगे बढ़ने के साथ ही कंपनी को मुनाफा भी होने लगेगा। 

कंपनी ने खुल कर नहीं मानी छंटनी की बात
हालांकि ओला ने छंटनी की खबर के बारे में कुछ भी डिटेल नहीं कहा है। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि कंपनी का मेन फोकस मोबिलिटी इंडस्ट्री पर रहेगा। वह राइड हेलिंग, ऑटो रिटेल, फाइनांशियल सर्विसेज और इलेक्ट्रिक व्हीकल भी हो सकता है। हमारा राइड हेलिंग बिजनेस हर महीने नया रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। मुनाफे की स्थित को मजबूत बनाए रखने के लिए हम टीम की क्षमताओं और पैमाने पर नजर बनाए हैं। बता दें कि कंपनी ने इन बातों से छंटनी प्रक्रिया की बात को छुपे लहजे में जाहिर कर दिया था। 

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