एलआईसी की इस स्कीम में 29 रुपये प्रतिदिन डिपॉजिट करना होता है। इसके मैच्योर होने पर पॉलिसी लेने वाली महिला को 4 लाख रुपये मिलते हैं। 8 वर्ष से लेकर 55 साल की उम्र वाली कोई भी आधारकार्ड धारक महिला इस पॉलिसी को ले सकती है।
बिजनेस डेस्क । कोरोना संकट में लोगों की आय कम हुई है। ऐसे समय भविष्य के लिए बचत कर पाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि भविष्य को सुरक्षित करने के लिए छोटी ही सही बचत करते रहना चाहिए। आज हम आपको ऐसे ही एक योजना के बारे में बता रहे हैं जो रोजाना 29 रुपए जमा करने पर शानदार रिटर्न देती है।
रोजाना बचाना होगा मात्र 29 रुपए
LIC की बीमा योजना आधारशिला महिलाओं की रोजाना बचत को प्रोत्साहित करती है। साल 2020 में aadhaarshila प्लान शुरु किया गया था। ये योजना लाइफ कवर के साथ आपकी बचत पर शानदार रिटर्न भी देती है। एलआईसी की इस स्कीम में 29 रुपये प्रतिदिन डिपॉजिट करना होता है। इसके मैच्योर होने पर पॉलिसी लेने वाली महिला को 4 लाख रुपये मिलते हैं। इसमें 2 लाख रुपये बीमा की राशि होती है, बाकी की राशि लॉयल्टी बोनस होती है। वहीं पॉलिसी के दौरान आपको जरुरत हो तो लोन भी मिल जाता है।
आयु सीमा : 8 वर्ष से लेकर 55 साल की उम्र
‘आधार शिला’ पॉलिसी लेने के लिए ऐज लिमिट भी बहुत अधिक है। 8 वर्ष से लेकर 55 साल की उम्र वाली कोई भी आधारकार्ड धारक महिला इस पॉलिसी को ले सकती है। इस पॉलिसी को 10 साल के लिए लिया जा सकता है, यदि आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहती हैं तो इसे 20 साल के लिए भी खरीदा जा सकता है। इसकी मैच्योरिटी पर महिला की उम्र 70 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
75 हजार से लेकर 30 लाख रुपए का करा सकते हैं बीमा
‘आधार शिला’ पॉलिसी में मिनिमम 75 हजार रुपये और अधिकतम राशि 30 लाख रुपये तक की पॉलिसी ली जा सकती है। इस पॉलिसी में एक्सीडेंट बेनिफिट को भी जुड़वाया जा सकता है। यदि आप इस पॉलिसी को 20 साल के लिए खरीदने का सोच रहीं हैं तो 3 लाख का बीमा कराने के लिए आपको सालाना करीब 10,649 रुपये का प्रीमियम भरना होगा।
प्रीमियम का ऐसे कर सकते हैं भुगतान
‘आधार शिला’ पॉलिसी में मंथली, त्रैमासिक, हॉफ ईयरली, या ईयरली प्रीमियम जमा किया जा सकता है। यदि आप किसी कारणवश प्रीमियम नहीं भर पाती हैं तो डेट निकलने के बाद 30 दिनों तक बिना किसी पेनॉल्टी के प्रीमियम भर सकती हैं। यदि आप मंथली प्रीमियम भरना चाहती है तो 15 दिनों का ग्रेस पीरियड मिलता है।
बीमाधारक की मृत्यु हो जाने पर नॉमिनी को मिलता है ये फायदा
यदि पॉलिसी शुरू होने के 5 सालों के भीतर बीमाधारक की मौत हो जाती है तो नॉमिनी को बीमित राशि के बराबर भुगतान किया जाता है। बीमा लिए पांच साल से अधिक हो गए हैं तो नॉमिनी को बीमित राशि के अलावा लॉयल्टी बोनस भी दिया जाता है।
2 साल के बाद कर सकते हैं सरेंडर
दो सालों तक प्रीमियम जमा करने के बाद इस पॉलिसी को कभी भी सरेंडर किया जा सकता है, नियमानुसार आपकी जमा की गई राशि और उसके बेनिफिट दिए जाते हैं।