ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) तमिलनाडु में दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर फैक्ट्री शुरू करने जा रही है। कंपनी के मुताबिक, इस फैक्ट्री में हर 2 सेकंड में 1 इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन होगा।
बिजनेस डेस्क। ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) तमिलनाडु में दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर फैक्ट्री शुरू करने जा रही है। कंपनी के मुताबिक, इस फैक्ट्री में हर 2 सेकंड में 1 इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन होगा। ओला की यह फैक्ट्री तमिलनाडु के कृष्णागिरी में बन रही है। बताया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर फैक्ट्री होगी। इस फैक्ट्री में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी। यहां से न सिर्फ भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की सप्लाई की जाएगी, बल्कि यह एक ग्लोबल एक्सपोर्ट हब भी होगा। ओला इलेक्ट्रिक का दवा है कि पूरी क्षमता पर उसकी प्रोडक्शन लाइन से हर 2 सेकंड में एक इलेक्ट्रिक स्कूटर बनकर तैयार होगा। स्कूटर के प्रोडक्शन के लिए बड़े पैमाने पर रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का भी उपयोग होगा।
कब तक बन कर तैयार होगी फैक्ट्री
ओला इलेक्ट्रिक की इस फैक्ट्री की सालाना प्रोडक्शन क्षमता 1 करोड़ यूनिट होगी। यह फैक्ट्री साल 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगी। फैक्ट्री का फेज-1 जून 2021 में ही बनकर तैयार हो जाएगा और इस दौरान कंपनी की 20 लाख सालाना प्रोडक्शन क्षमता होगी। जून-जुलाई 2021 में कंपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर को लॉन्च कर सकती है।
दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री
बताया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर्स फैक्ट्री होगी। ओला इलेक्ट्रिक की इस फैकट्री में कुल 10 प्रोडक्शन लाइन्स होंगी। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस 3,000 रोबोट होंगे। 43 एकड़ में फैले इस प्लान्ट में 20 लाख वर्ग फुट फुटप्रिंट होगा। इसके अलावा इस फैक्ट्री में बैट्री, पेंट शॉप, वेल्डिंग, मोटर, जनरल असेम्बली, फिनिश्ड गुड्स के लिए डेडिकेटेड एरिया होगा। इसके साथ ही 2 सप्लायर पार्क भी होंगे। पर्यावरण को ठीक रखने के लिए इसमें 100 एकड़ का जंगल क्षेत्र और मेगा ब्लॉक सोलर रूफटॉप वाला होगा।
सोलर रिन्यूएबल एनर्जी का होगा इस्तेमाल
ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि उसकी मेगा फैक्ट्री में बिजली की जरूरतें सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी से पूरी की जाएंगी। कंपनी का कहना है कि इस मेगा फैक्ट्री में करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेग। इसके अलावा वेंडर्स और सप्लायर्स भी अलग से नौकरियां देंगे।