प्याज और टमाटर की कीमत (Onion and Tomato Price) में फिर से तेजी देखने को मिल रही है। ताज्जुब की बात तो ये है कि थोक मंडी में दोनों की कीमत में कोई इजाफा देखने को नहीं मिला है। खास बात तो ये है कि दोनों तरह की मंडियों में टमाटर और प्याज की कीमत में 15 से 20 रुपए का अंतर देखने को मिल रहा है।
बिजनेस डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली की लोकल मंडियों में प्याज और टमाटर की कीमत (Onion and Tomato Price) में फिर से तेजी देखने को मिल रही है। ताज्जुब की बात तो ये है कि थोक मंडी में दोनों की कीमत में कोई इजाफा देखने को नहीं मिला है। खास बात तो ये है कि दोनों तरह की मंडियों में टमाटर और प्याज की कीमत में 15 से 20 रुपए का अंतर देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर आलू की कीमत (Potato Price) में काफी राहत देखने को मिल रही है। पहले मुकाबले आलू की कीमत में 5 से 10 रुपए प्रति किलो सस्ता मिल रहा है।
लोकल मंडियों में प्याज और टमाटर की कीमत में इजाफा
दिल्ली में आजादपुर मंडी के अलावा कई लोकल मंडियों में प्याज और टमाटर की कीमत में इजाफा देखने को मिल रही है। जबकि आजादपुर मंडी के आढ़तियों का कहना है कि थोक में प्याज और टमाटर की कीमतों में कोई इजाफा नहीं है। आजादपुर मंडी के ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन के सचिव श्रीकांत के अनुसार प्याज की आवक काफी अच्छी है। सप्लाई में भी कोई परेशानी नहीं है। थोक में प्याज की कीमत 10 से 27.50 रुपए प्रति किलो है। वहीं दूसरी ओर टमाटर की कीमतों में भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसके विपरीत लोकल मंडियों में टमाटर, प्याज की कीमतों में प्रति किलो 15 से 20 रुपए रुपये किलो का इजाफा देखने को मिल रहा है।
बीते 20 दिनों में सब्जियों की कीमत में अंतर
सब्जी | 15 दिसंबर 2021 को दाम (रुपए प्रति किलो में) | 04 जनवरी 2022 को दाम (रुपए प्रति किलो में) |
मटर | 50 | 40 |
अदरक | 80 | 80 |
पालक | 30 | 20 |
टमाटर | 40 | 40-60 |
घीया | 50 | 40 |
तोरी | 80 | 70 |
गोभी | 40 | 30 |
पत्ता गोभी | 50 | 40 |
गाजर | 40 | 30 |
मूली | 20 | 20 |
आलू | 20 | 10-15 |
प्याज | 30 | 40 |
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आलू और हरी सब्जियां हुई सस्ती
वहीं दूसरी ओर आलू की कीमतों में लगातार कमी आई है। करीब दो हफ्ते पहले आलू की कीमत 20 रुपये प्रति किलो था जो अब 10 से 15 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वहीं दूसरी ओर हरी सब्जियों की बात करें तो मटर, गोभी, बैगन समेत कई सब्जियों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। घंटाघर सब्जी मंडी में सब्जी विक्रता अशोक महतो के कहते हैं कि थोक रेट हमेशा से लोकल मंडियों में कीमतों में फर्क रहता है। क्योंकि लोडिंग, अनलोडिंग, किराए के अलावा सब्जियां भी खराब हो जाती है। प्याज और टमाटर कई बार खराब निकल जाते हैं। जिसकी वजह से कीमतों तेजी देखने को मिलती है।