वास्तव में मार्च 2021 यानी 20 महीने के बाद किसी महीने में क्रूड ऑयल की कीमत (Crude Oil Price) में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। जिसकी वजह से डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट क्रूड की कीमत अगस्त महीने के स्तर पर आ चुकी है।
बिजनेस डेस्क। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol and Diesel Price) में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसका कारण है कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price in International Market) में 21 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वास्तव में मार्च 2021 यानी 20 महीने के बाद किसी महीने में क्रूड ऑयल की कीमत (Crude Oil Price) में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। जिसकी वजह से डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट क्रूड की कीमत अगस्त महीने के स्तर पर आ चुकी है। मंगलवार को क्रूड ऑयल के दाम में 6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली थी। यह गिरावट मॉडर्ना के प्रमुख द्वारा ओमिक्रॉन कोरोनावायरस वैरिएंट (Omicron Coronavirus Variant) के खिलाफ कोविड-19 वैक्सीन की एफिकेसी यानी प्रभावकारिता पर संदेह के बाद देखने को मिली।
क्यों आई गिरावट
ड्रगमेकर मॉडर्ना इंक के प्रमुख ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि कोविड-19 के टीके कोरोनवायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ उतने प्रभावी होने की संभावना नहीं है, जितना कि वे डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ हैं। वहीं दूसरी ओर वहीं दूसरी ओर कीमतों पर दबाव डालते हुए, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक संभवत: अपनी अगली पॉलिसी बैठक में बड़े पैमाने पर बांड खरीद में कमी पर चर्चा करेगा, एक मजबूत अर्थव्यवस्था के बीच और उम्मीद है कि मुद्रास्फीति में वृद्धि अगले वर्ष के बीच में बनी रहेगी।
क्रूड ऑयल की कीमत में बड़ी गिरावट
इन बयानों के बाद ब्रेंट क्रूड वायदा 2.87 डॉलर, या 3.9 फीसदी गिरकर 70.57 प्रति बैरल पर आ गया था, जो अगस्त के बाद से सबसे कम 70.22 के निचले स्तर पर पहुंचा। वहीं यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड फ्यूचर्स 3.77 डॉलर यानी 5.4 फीसदी की गिरावट के साथ 66.18 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। बेंचमार्क 64.43 डॉलर के सत्र के निचले स्तर तक गिर गया, जो अगस्त के बाद से सबसे कम है। वहीं दूसरी ओर बुधवार की सुबह डब्ल्यूटीआई 2.31 फीसदी यानी 1.53 डॉलर की तेजी के साथ 67.71 डॉलर पर कारोबार कर रही है। जबकि ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम करीब 4 डॉलर की गिरावट के साथ 70.57 डॉलर पर करोबार कर रहा है।
नवंबर के महीने में बड़ी गिरावट
आंकड़ों के अनुसार नवंबर महीने में ब्रेंट 16.4 फीसदी और डब्ल्यूटीआई में 20.8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जोकि मार्च 2020 के बाद सबसे बड़ी मासिक गिरावट है। रिस्टैड एनर्जी के वरिष्ठ तेल बाजार विश्लेषक लुईस डिक्सन ने कहा कि तेल की मांग के लिए खतरा वास्तविक है। लॉकडाउन की एक और लहर के परिणामस्वरूप 2022 की पहली तिमाही में तेल की मांग में 3 मिलियन बीपीडी (प्रति दिन बैरल) की कमी हो सकती है।
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भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं
वहीं दूसरी ओर क्रूड ऑयल की कीमत में बड़ी गिरावट के बाद भी भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। देश के चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम 4 हफ्तों के जस के तस बने हुए हैं। अगर बात भारत के वायदा बाजार की बात करें तो मंगलवार को क्रूड ऑयल की कीमत में 8.59 फीसदी यानी 459 रुपए प्रति बैरल की गिरावट देखने को मिली है। जिसके बाद क्रूड ऑयल के दाम 4884 रुपए प्रति बैरल पर आ गए हैं।