मुकेश अंबानी ने क्यों कहा 5G तकनीकी को 'डिजिटल कामधेनु', कैसे देश भर में दिसंबर 2023 तक पहुंचाएंगे Jio 5G'

Published : Oct 01, 2022, 02:15 PM ISTUpdated : Oct 01, 2022, 02:17 PM IST
मुकेश अंबानी ने क्यों कहा 5G तकनीकी को 'डिजिटल कामधेनु', कैसे देश भर में दिसंबर 2023 तक पहुंचाएंगे Jio 5G'

सार

रिलायंस इंडस्ट्रीज  के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने 5जी लांचिंग के मौके पर कहा कि एक नए युग की शुरुआत होने पर देश को बधाई। हम सभी को प्रेरित करने और हमें यह डिजिटल विजन देने के लिए मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं।  

Mukesh Ambani On Jio 5G Service. रिलायंस इंडस्ट्रीज  के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 5जी लांचिंग के मौके पर कहा कि दिसंबर 2023 तक भारत के कोने-कोने तक जियो 5जी की पहुंच हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे विचार से 5G वह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करेगी।

2016 में टेलीकॉम में हुई एंट्री
Jio ने सितंबर 2016 में दूरसंचार क्षेत्र में प्रवेश किया था। मुफ्त वॉयस कॉल और सस्ता डेटा की पेशकश करते हुए जियो ने टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति की शुरूआत की थी। इसके बाद इस क्षेत्र में कंपीटिशन बढ़ा जिसका फायदा उपभोक्ताओं को भी हुआ। अंबानी ने अब सस्ती 5जी सेवाओं का वादा किया है। उन्होंने दिल्ली में इंडिया मोबाइल कांग्रेस सम्मेलन में कहा कि आज, मैं दिसंबर 2023 तक हमारे देश के हर शहर, हर तालुका और हर तहसील में 5जी पहुंचाने की जियो की प्रतिबद्धता को दोहराना चाहता हूं। अंबानी ने अगस्त में अपनी प्रमुख रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की वार्षिक शेयरधारक बैठक में दीवाली तक दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता के चार मेट्रो शहरों से 5जी सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की थी।

आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम 
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि Jio के अधिकांश 5G भारत में विकसित किए गए हैं। इसलिए 'आत्मनिर्भर भारत' की मुहर लगी है। उन्होंने कहा कि 5G और 5G- सक्षम डिजिटल समाधान जोड़ने से आम भारतीयों की पहुंच के भीतर सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और कौशल विकास हो सकता है। कहा कि यह बिना किसी अतिरिक्त निवेश के मौजूदा हॉस्पिटल्स को स्मार्ट बना सकता है। साथ ही ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकता है। भारत में कहीं भी सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों की सेवाएं डिजिटल रूप से उपलब्ध करा सकता है और निदान की गति और सटीकता में सुधार कर सकता है। उन्होंने कहा कि 5G कृषि, सेवाओं, व्यापार, उद्योग, अनौपचारिक क्षेत्र, परिवहन और ऊर्जा बुनियादी ढांचे के डिजिटलीकरण और डेटा प्रबंधन में तेजी लाकर शहरी और ग्रामीण भारत के बीच की खाई को पाट सकता है।

रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
मुकेश अंबानी ने कहा कि हर क्षेत्र में एआई को लाकर, 5जी भारत को दुनिया की इंटेलीजेंस कैपिटल के तौर पर उभरने में मदद कर सकता है। इससे भारत को उच्च मूल्य वाले डिजिटल समाधानों और सेवाओं का प्रमुख निर्यातक बनने में मदद मिलेगी। इन सभी को जोड़ने से उद्यमिता का बड़ा विकास होगा। जो बदले में और भी बड़े निवेश को आकर्षित करेगा और लाखों नए रोजगार पैदा करेगा। अंबानी ने कहा कि जनसांख्यिकी और डिजिटल प्रौद्योगिकियों की संयुक्त शक्ति का उपयोग करके भारत दुनिया का अग्रणी डिजिटल सोसायटी बन सकता है। भारत को 2047 तक 40 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर विकास में तेजी ला सकता है। उन्होंने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि 5G एक डिजिटल कामधेनु की तरह है, जो हमें चाहिए वह देती है।

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