Post Office Monthly Income Scheme: हर महीने होगी कमाई, टैक्‍स से भी होगी बचत, जानिए कितना करना होगा निवेश

Post Office Monthly Income Scheme : संबंधित पोस्‍ट ऑफ‍िस (Post Office) में पासबुक के साथ आवेदन पत्र जमा करने पर खोलने की तिथि से 5 वर्ष की समाप्ति पर पीओएमआईएस खाता (POMIS Account) बंद किया जा सकता है।

बिजनेस डेस्‍क। डाकघर मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme) सबसे लोकप्रिय जोखिम रिस्‍क फ्री पोस्‍ट ऑफ‍िस सेविंग स्‍कीम्‍स में एक है। जहां एक निवेशक 1000 रुपए की न्यूनतम डि‍पॉजिट अमाउंट के साथ इंवेस्‍ट कर सकता है। मध्यम और निम्न आय वर्ग के निवेशक इस पोस्ट ऑफिस एमआईएस (POMIS) को टैक्‍स सेविंग (Tax Saving) ऑप्‍शन के रूप में भी देखते हैं, क्योंकि कोई व्यक्ति इस योजना में निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत आयकर छूट का दावा कर सकता है। इसमें 5 साल की लॉक-इन अवधि है और पोस्ट ऑफिस एमआईएस की ब्याज दर पूरे निवेश अवधि में वैसी की वैसी रहती हैं। इसका मतलब है क‍ि डाकघर मासिक आय योजना पर रिटर्न की गारंटी है और निवेशक को निवेश के समय डाकघर मासिक आय योजना की ब्याज दर के अनुसार अपने पैसे पर रिटर्न मिलेगा। अगर आप भी इस योजना में निवेश करना चाहते हैं तो इन बातों के बारे में पता होना काफी जरूरी है।  

इतना म‍िनता है ब्याज
वैसे यह पोस्‍ट ऑफ‍िस की स्‍मॉल सेविंग स्‍कीम एक लॉक-इन प्रोडक्‍ट है। इसलिए इसकी ब्याज दर निवेश के समय रिटर्न की दर के अनुसार तय रहेगी। उदाहरण के लिए, डाकघर मासिक आय योजना की ब्याज दर वर्तमान में 6.60 फीसदी प्रतिवर्ष है। इसलिए अगर कोई निवेशक इस पोस्ट ऑफिस स्कीम में निवेश करता है तो उसे मैच्योरिटी के समय अपने पैसे पर 6.60 फीसदी सालाना रिटर्न मिलेगा। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, "यदि अकाउंट होल्‍डर द्वारा हर महीने देय ब्याज का दावा नहीं करता है तो इस तरह के ब्याज पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा।

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कितना किया जा सकता है निवेश
इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, डाकघर एमआईएस अकाउंट न्यूनतम 1000 रुपए और 100 रुपए के मल्‍टीपल में खोला जा सकता है। एक खाते में अधिकतम 4.50 लाख रुपए और ज्‍वाइंट अकाउंट में मैक्‍सीमम 9 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। ज्‍वाइंट अकाउंट में सभी अकाउंट होल्‍डर्स का निवेश बराबर होगा।

लॉक-इन पीरियड
किसी भी टैक्स सेविंग फिएट मनी की तरह, इस पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम में भी 5 साल का लॉक-इन पीरियड है। इस योजना में निवेश पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत आयकर छूट का दावा किया जा सकता है।

गारंटीड रिटर्न योजना
यह पोस्‍ट ऑफ‍िस स्‍कीम रिस्‍क फ्री गारंटीड रिटर्न योजना है। अगर कोई निवेशक आज इस डाकघर मासिक आय योजना में निवेश करता है तो उसे मैच्योरिटी के समय अपने निवेश पर 6.60 फीसदी का रिटर्न मिलेगा।

मैच्‍योरिटी
संबंधित डाकघर में पासबुक के साथ आवेदन पत्र जमा करने पर खाता खोलने की तिथि से 5 वर्ष की समाप्ति पर खाता बंद किया जा सकता है। यदि खाताधारक की परिपक्वता अवधि से पहले मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद किया जा सकता है और राशि नामांकित व्यक्ति/कानूनी उत्तराधिकारियों को वापस कर दी जाएगी। पिछले महीने तक ब्याज का भुगतान किया जाएगा, जिसमें रिफंड किया जाता है।

प्री-क्‍लोजर अकाउंट की स्‍थि‍त‍ि में
जमा की तारीख से 1 वर्ष की समाप्ति से पहले कोई जमा राशि वापस नहीं ली जाएगी। यदि खाता खोलने की तिथि से 1 वर्ष के बाद और 3 वर्ष से पहले खाता बंद किया जाता है, तो मूलधन से 2 प्रतिशत के बराबर कटौती की जाएगी और शेष राशि का भुगतान किया जाएगा। अगर खाता खोलने की तारीख से 3 साल बाद और 5 साल से पहले खाता बंद कर दिया जाता है, तो मूलधन से 1 प्रतिशत के बराबर कटौती की जाएगी और शेष राशि का भुगतान किया जाएगा।

कौन खोल सकता है अकाउंट
केवल एक भारतीय निवासी ही डाकघर मासिक आय योजना खाता खोल सकता है। अपने नजदीकी डाकघर में आवश्यक दस्तावेज जमा कर कोई भी वयस्क यह डाकघर एमआईएस खाता खोल सकता है। 10 वर्ष से अधिक आयु का नाबालिग अपने नाम से यह खाता खोल सकता है।

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