जापान के प्रधानमंत्री भारत दौरे पर कर सकते हैं 3.20 लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा, यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट

जापान के निक्केई अखबार(Japan's Nikkei Newspaper) ने बताया कि 5 ट्रिलियन येन का लक्ष्य पांच वर्षों में निवेश और फाइनेंसिंग में 3.5 ट्रिलियन येन से अधिक है, जिसकी घोषणा तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Former Japanese Prime Minister Shinzo Abe) ने अपनी 2014 की भारत यात्रा के दौरान की थी।

Asianet News Hindi | Published : Mar 19, 2022 12:53 PM IST

बिजनेस डेस्क। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Japanese Prime Minister Fumio Kishida ) के शनिवार को देश की अपनी यात्रा के दौरान अगले पांच वर्षों में भारत में 5 ट्रिलियन येन यानी 42 बिलियन डॉलर यानी 3.20 लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा कर सकता है। जापान के निक्केई अखबार(Japan's Nikkei Newspaper) ने बताया कि 5 ट्रिलियन येन का लक्ष्य पांच वर्षों में निवेश और फाइनेंसिंग में 3.5 ट्रिलियन येन से अधिक है, जिसकी घोषणा तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Former Japanese Prime Minister Shinzo Abe) ने अपनी 2014 की भारत यात्रा के दौरान की थी। जापान वर्तमान में भारत के शहरी बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ जापान की शिंकानसेन बुलेट ट्रेन टेक्नोलाॅजी पर आधारित एक हार्इ स्पीड ट्रेन पर सपोर्ट कर रहा है।

300 बिलियन येन का लोन
प्रधानमंत्री किशिदा एक आर्थिक मंच के दौरान पब्लिक-प्राइवेट फंडिंग का खुलासा करने वाले हैं। प्रमुख व्यापारिक समाचार पत्र ने कहा कि उनसे वैल्यू के संदर्भ में प्रत्यक्ष निवेश में वृद्धि के साथ-साथ भारत में विस्तार करने वाली जापानी कंपनियों में वृद्धि की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान किशिदा लगभग 300 बिलियन येन के लोन के लिए सहमत होने के लिए भी तैयार हैं। इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच कार्बन कटौती से संबंधित ऊर्जा सहयोग दस्तावेज पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

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इस पर भी कर सकते हैं घोषणा
अखबार ने कहा कि शनिवार के पब्लिक-प्इवेट प्लेफाॅर्म के दौरान, किशिदा से जापानी कंपनियों को कारखाने बनाने के लिए आकर्षित करने के लक्ष्य के साथ भारत में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने की भी उम्मीद है। भारत किशिदा के तीन दिवसीय दौरे के पहले चरण का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। प्रधानमंत्री हुन सेन से मुलाकात करने के लिए उनका रविवार को कंबोडिया जाने का कार्यक्रम है।

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क्वाड के मेंबर हैं भारत और जापान
जापान और भारत क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलाॅग के पक्षकार हैं, एक सुरक्षा ढांचा जिसे क्वाड के रूप में जाना जाता है जिसमें अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। कंबोडिया इस वर्ष दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्य क रहा है। किशिदा ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की पुष्टि करने की योजना बनाई है।

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इन पर भी बन सकती है सहमति
2020 में, जापान और भारत ने एक अधिग्रहण और क्रॉस-सर्विसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो भारतीय सेना और जापान के आत्मरक्षा बलों के बीच भोजन, ईंधन और अन्य आपूर्ति के पारस्परिक प्रावधानों की अनुमति देता है। अखबार ने कहा कि किशिदा और मोदी को फिर से पुष्टि करनी है कि वे उस सौदे को आगे बढ़ाएंगे। उम्मीद है कि किशिदा और मोदी जल्द से जल्द दोनों देशों के राजनयिक और रक्षा प्रमुखों के बीच टू-प्लस-टू बैठक बुलाने पर सहमत होंगे। नवंबर में ग्रेट ब्रिटेन की यात्रा के बाद से प्रधानमंत्री के रूप में किशिदा की यह पहली विदेश यात्रा होगी। 64 वर्षीय किशिदा 2021 से लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष हैं।

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