पंजाब नेशनल बैंक का सबसे बड़ा घोटाला 2018 में सामने आया था। इस केस में मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की स्वामित्व वाली कंपनियों ने बैंक के एलओयू का उपयोग करके 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की थी। अब पीएनबी में एक नए घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।
PNB fraud: मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के चाचा-भतीजा की जोड़ी से प्रेरित होकर एक बैंक अधिकारी ने पंजाब नेशनल बैंक में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की है। सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि बैंक अधिकारी ने 34 फर्जी बैंक गारंटी के जरिए 168.59 करोड़ रुपये की पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी की है। हालांकि, बैंक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
मेहुल चोकसी-नीरज मोदी से प्रेरित है बैंक अधिकारी भी...
पंजाब नेशनल बैंक में बैंक अधिकारी प्रिया रंजन कुमार द्वारा किया गया घोटाला, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के तौर-तरीकों से प्रेरित है। इस चाचा-भतीजा की जोड़ी ने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए ही पीएनबी को लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया था। सीबीआई ने एफआईआर में यह आरोप लगाया है कि बैंक अधिकारी रंजन कुमार ने अपने कोर बैंकिंग सिस्टम फिनेकल में कोई एंट्री किए बिना गारंटी दिया है।
कैसे खुला घोटाले का राज?
27 नवंबर 2022 की अंतरिम जांच रिपोर्ट के अनुसार, यह सामने आया कि बैंक के सिस्टम के अवैध और अनधिकृत तरीके से काफी बड़ी रकम की धोखाधड़ी की गई है। कुछ अज्ञात लोगों के साथ मिलकर बैंक के ही कुछ लोगों ने इस साजिश को अंजाम दिया। नकली गारंटी देकर काफी रकम की निकासी की गई है। यह घोटाला तब सामने आया जब केनरा बैंक की कोहिमा शाखा ने 18 नवंबर को पीएनबी की संसद मार्ग ब्रांच को 5.70 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी के बारे में सूचना भेजी। सीबीआई ने कहा कि गारंटी पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक प्रिया रंजन कुमार सहित पीएनबी के दो कर्मचारियों ने हस्ताक्षर किए थे। अब इनको निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, एक अन्य आरोपी ए.वेंकटेशन ने घोटाला सामने आने के पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
इनके खिलाफ सीबीआई ने दर्ज किया केस
सीबीआई ने प्रिया रंजन कुमार, ए.वेंकटेशन, इलांगबम रानानंद, नोएडा के Heyee Global Enterprises और आंध्र प्रदेश स्थित एमडी एंटरप्राइजेज को भी नामजद किया है।
2018 में हुआ था पीएनबी का सबसे बड़ा घोटाला
पंजाब नेशनल बैंक का सबसे बड़ा घोटाला 2018 में सामने आया था। इस केस में मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की स्वामित्व वाली कंपनियों ने बैंक के एलओयू का उपयोग करके 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की थी। अब पीएनबी में एक नए घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इसमें पीएनबी के संसद मार्ग नई दिल्ली और आरा चौक बिहार के ब्रांच का उपयोग कर हेराफेरी की गई है।
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