
RBI Monetary Policy: भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) ने रेपो दर (Repo Rate) और रिजर्व रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आंकड़ों के अनुसार आरबीआई ने रेपो रेट को को 4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है। जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर अपरिवर्तित रखा है। वहीं आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत दुनिया के बाकी हिस्सों से उबरने के एक अलग रास्ते पर चल रहा है। आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार भारत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में साल-दर-साल सबसे तेज गति से बढ़ने की ओर अग्रसर है। यह वसूली बड़े पैमाने पर टीकाकरण और निरंतर वित्तीय और मौद्रिक सहायता द्वारा समर्थित है।
महंगााई पर अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हमने आर्थिक गतिविधियों में व्यवधान को सीमित करने का प्रयास किया है। जबकि सीपीआई उच्च स्तर पर है। कोर महंगाई हाई पर है और चौथी तिमाही में में चरम पर होने की उम्मीद है। टिकाऊ, व्यापक आधार वाली रिकवरी के लिए निरंतर नीतिगत समर्थन जरूरी है। सीपीआई मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में 4 फीसदी के लक्ष्य के करीब रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2022 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति का अनुमान 5.3 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। जबकि RBI ने FY23 CPI मुद्रास्फीति 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। RBI ने Q1FY23 CPI को 4.9 फीसदी, Q2 को 5 फीसदी, Q3 को 4 फीसदी और Q4 को 4.2 फीसदी पर पूर्वानुमानित किया है।
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7.8 फीसदी रह सकती है जीडीपी
आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष 2023 के लिए GDP विकास दर 7.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह विकास दर 7.2 फीसदी, दूसरी तिमाही में 7 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.3 फीसदी और चौथी तिमाही में भारत की विकास दर का अनुमान 4.5 फीसदी लगाया गया है। आपको बता दें कि हालिया आईएमएफ रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।