एसबीआई ने पर्सनल लोन, ऑटो लोन और होम लोन लेने की प्लानिंग कर रहे लोगों को बड़ी सौगात दे दी है। एसबीआई ने के बेस रेट में 0.05 फीसदी की कटौती के बाद निश्चित तौर पर ग्राहक लोन लेने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, वहीं उन पर किस्त का बोझ भी नहीं बढ़ेगा।
बिजनेस डेस्क । एसबीआई ने होमलोन के इंटरेस्ट रेट में फिर कटौती की है। SBI ने बेस रेट में 0.05 फीसदी की कमी की है। बता दें कि इस कटौती के बाद SBI का बेस रेट घटकर 7.45 फीसदी हो गया है। नई ब्याज दरें 15 सितबंर से लागू हो गई हैं। इस कटौती से उन लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा जिन्होंने बेस रेट पर पर्सनल, होन लोन लिया है।
एसबीआई ने अपने BPLR और बेस रेट में कटौती की
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बेस रेट में 0.05 फीसदी की कमी के बाद इसका असर भी दिखने लगा है। एसबीआई की ब्याज दर 7.50 फीसदी से नीचे आ गई है। वहीं इसका असर कई जगह देखने को मिल रहा है। बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट 0.05 फीसदी कम किया है। अब एसबीआई का बीपीएलआर 12.20 फीसदी रह गया है। इस का लाभ उन कस्टमर को मिलेगा जिन्होंने साल 2010 के बाद और 2016 से पहले ऋण लिया हो।
एसबीआई ने दिया बड़ा तोहफा
दीवाली त्यौहार नजदीक है, ऐसे समय अधिकतर घरों में शुभ कार्यो, खऱीददारी के लिए योजना बनती रहती है वहीं एसबीआई ने पर्सनल लोन, ऑटो लोन और होम लोन लेने की प्लानिंग कर रहे लोगों को बड़ी सौगात दे दी है। एसबीआई ने के बेस रेट में 0.05 फीसदी की कटौती के बाद निश्चित तौर पर ग्राहक लोन लेने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, वहीं उन पर किस्त का बोझ भी नहीं बढ़ेगा। बता दें कि इस कटौती के बाद अब एसबीआई का बेस रेट घटकर 7.45 फीसदी हो गया है।
बेस रेट के बारे में जानकारी रखें
2010 में RBI ने बैंकों को हिदायत और एक लिमिट देते हुए कहा था कि उससे ज्यादा या कम पर लोन नहीं दे सकते हैं। एक अप्रैल 2016 के बाद बैंकिंग सिस्टम में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट यानी MCLR लागू हो गई थी। जो कि लोन लेने के लिए मिनिमम ब्याज दर बन गई। उसके बाद MCLR के BASE पर लोन दिया जाने लगा। अब SBI के बेस रेट में कटौती का फायदा उन ऋणधारकों को मिलेगा जिन्होंने अप्रैल 2016 से पहले ऋण लिया है।
बीपीएलआर में कमी से पड़ा असर
SBI ने अपनी BPLR RATE में भी 0.05 फीसदी की कटौती की है। जिसके बाद नई दरें 12.20 फीसदी हो गई है । बता दें कि 2010 से पहले देश के बैंकिंग सिस्टम में बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट BPLR लागू था। । वहीं दूसरी ओर MCLR की दरों में किसी भी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिला है।