प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान लगभग 3,000 अंकों की भारी गिरावट हुई
मुंबई: प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान लगभग 3,000 अंकों की भारी गिरावट हुई। दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए की जा रही बंदी के चलते सेंसेक्स ने सुबह के सत्र में निचली सर्किट सीमा को छू लिया, जिसके कारण कारोबार को 45 मिनट के लिए बंद कर दिया गया।
इस समय दुनिया भर में भारी मंदी की आशंकाएं जताई जा रही हैं। बीएसई सेंसक्स सुबह के कारोबार में 2,718 अंक गिरकर खुला और उसके बाद यह 2,991.85 अंकों या 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,924.11 पर आ गया।
क्या होता है लोअर सर्किट
शेयर बाजार में दो सर्किट ब्रेकर होते हैं- लोअर और अपर जब शेयर बाजार एक निर्धारित सीमा से ज्यादा गिरने लगे, तो लोअर सर्किट लगाया जाता है। इसके लिए भी सेबी की ओर से 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की सीमा निर्धारित की गई है। वहीं अपर सर्किट शेयर बाजार में तब लगाया जाता है, जब यह एक तय सीमा से ज्यादा बढ़ जाता है। सेबी की ओर से अपर सर्किट के लिए तीन स्थितियां- 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की निर्धारित की गई हैं।
निफ्टी भी 9.63 प्रतिशत गिरा
इसी तरह एनएसई निफ्टी 842.45 अंक या 9.63 प्रतिशत गिरकर 7,903 पर आ गया। शेयर बाजार की स्वचालित व्यवस्था के अनुसार जब बाजार दोपहर एक बजे से पहले 10 प्रतिशत गिरता है, तो शेयर बाजारों में 45 मिनट के लिए कारोबार रुक जाता है।
सुबह के कारोबार में सेंसेक्स के सभी घटक घाटे में कारोबार कर रहे थे। एक्सिस बैंक में 20 प्रतिशत तक गिरावट हुई। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, हीरो मोटोकॉर्प और एमएंडएम में भी तेज बिकवाली हुई।
कारोबारियों के अनुसार भारत और दुनिया भर में सरकारों के बंदी की घोषणा से निवेशकों की धारणा में भारी दबाव आया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)