यह हुआ आटो शेयरों में तेजी की वजह से। कारोबार के अंत में शुक्रवार को सेंसेक्स 189 पॉइंट मजबूती के साथ 33,727.10 के स्तर पर जबकि निफ्टी 55 पॉइंट्स की तेजी के साथ 9,957.20 पर बंद हुआ।
बिजनेस डेस्क। लगातार दूसरे दिन भी भारतीय स्टॉक मार्केट की हालत काफी खराब दिख रही थी। मगर हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बाजार बंद होने तक मामूली बढ़त बन गई। और यह हुआ आटो शेयरों में तेजी की वजह से। कारोबार के अंत में शुक्रवार को सेंसेक्स 189 पॉइंट मजबूती के साथ 33,727.10 के स्तर पर जबकि निफ्टी 55 पॉइंट्स की तेजी के साथ 9,957.20 पर बंद हुआ।
इससे पहले सुबह कारोबार की शुरुआत के बाद गुरुवार के मुक़ाबले गिरावट नजर आ रही थी। लेकिन अंत तक ऑटो के स्टॉक ने मार्केट को बचा लिया। दरअसल, खराब ग्लोबल संकेतों की वजह से मार्केट काफी नीचे चला गया था। इस दौरान स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखी गई। तेल-गैस के स्टॉक में भी कमजोरदिखे। शुक्रवार को सेंसेक्स 32,436.69 पॉइंट्स पर कमजोरी के साथ खुला। गुरुवार को यह 33,538.37 पर बंद हुआ था।
अमेरिका के मारेट की हालत खराब
गुरुवार को अमेरिकी मार्केट में पिछले तीन महीने के दौरान की सबसे बड़ी गिरावट नजर आई। मार्च 2016 के बाद यह सबसे बड़ी थी। एशियाई बाजारों की भी हालत खस्ता थी। शुक्रवार को प्रमुख एशियाई बाजारों में बिकवाली रही है।
गिरावट की दो बड़ी वजहें
दरअसल, स्टॉक मार्केट की ये हालत अमेरिकी स्टॉक मार्केट समेत दूसरे ग्लोबल बाज़ारों की खराब हालत की वजह से है। गुरुवार को दुनिया के बाज़ारों में गिरावट थी। उधर, कोरोना के दूसरे लहर की आशंका जताई गई। आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ने कहा है कि अगर दूसरी लहर आई तो चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। इन चीजों का असर ये हुआ कि भारत समेत तमाम एशियाई बाजारों में गिरावट शुरू हो गई।