देश की इस ट्रेन में खानपान को लेकर रेलवे का बड़ा फैसला, ट्रेन को मिला सर्टिफिकेट

वंदेभारत ट्रेन में सफर करने वालों को अब सात्विक भोजन मिलेगा। जी है, रेलवे ने इसको लेकर पुख्ता तैयारी की थी। अब ट्रेन को सात्विक सर्टिफिकेट दे दिया गया है। यह पहली ट्रेन है, जिसे यह सर्टिफिकेट मिला है। 

Moin Azad | Published : Aug 4, 2022 1:24 PM IST / Updated: Aug 13 2022, 09:17 AM IST

बिजनेस डेस्कः अगर आप भी वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) में सफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। अब दिल्‍ली-कटरा वंदे भारत ट्रेन में नॉनवेज (Non veg) खाने और ले जाने पर मनाही हो गई है। वंदे भारत ट्रेन देश की पहली ऐसी ट्रेन हो गई है, जिसे सात्विक (Sattvik) सर्टिफिकेट दिया गया है। यानी अब यह ट्रेन पूरी तरह से वेजीटेरियन बन गई है। इस ट्रेन में अब हाइजीनिक खाना मिलेगा।

पहला सात्विक सर्टिफिकेट मिला
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने इसकी शुरुआत भी कर दी है। आईआरसीटीसी और सात्विक काउंसिल ऑफ इंडिया के बीच इसके लिए पहले ही समझौता हो चुका है। आपको बता दें कि यात्री इस ट्रेन में नॉनवेज नहीं ले जा सकते। ना ही खुद की तरफ से लाया हुआ नॉन वेजीटेरियन खाना खा सकते हैं। 

धार्मिक स्थानों पर जाने वाली ट्रेन बनेंगी सात्विक
वंदे भारत ट्रेन को सात्विक ट्रेन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आईआरसीटीसी अब धीरे-धीरे धार्मिक स्‍थानों तक जाने वाली अन्‍य ट्रेनों को भी सात्विक बना सकती है। जानकारी दें कि इस ट्रेन में ज्यादातर यात्री ऐसे होते हैं, जो धार्मिक यात्रा पर जाते हैं। ऐसे में उनकी डिमांड सात्विक खाने की ज्यादा होती है। इस कारण यह निर्णय लिया गया है। इसके बाद बाकी ट्रेनों को भी सात्विक बनाने की प्रक्रिया की जा सकती है। 

रेलवे की बड़ी पहल
दरअसल, सफर के दौरान बहुत सारे यात्रियों को ट्रेन का खाना पसंद नहीं होता है। कई बार वे सोचते हैं कि खाना कैसा होगा और कैसा नहीं। हाइजीन होगा या नहीं। नॉन वेजीटेरियन खाने के साथ तो नहीं लाया गया है, वगैरह-वगैरह। सफाई को वेकर भी यात्री काफी संशय में रहते हैं। इसी कारण रेलवे ने ट्रेन को पूरी तरह से सात्विक बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। 

ट्रेन को सात्विक बनाने की पूरी प्रक्रिया 
सात्विक काउंसिल ऑफ इंडिया के फाउंडर अभिषेक बिस्‍वास ने बताया है कि वंदेभारत ट्रेन को सात्विक का सर्टिफिकेट देने से पहले कई तरह की प्रक्रिया पूरी की गई है। खाना बनाने का तरीका, साफ किचन, परोसने और सर्व करने का बर्तन, रख-रखाव की जांच करने के बाद ट्रेन को सात्विक सर्टिफिकेट दिया गया है। रेलवे ने इसके लिए पूरी तैयारी की थी। 

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