बोर्ड ने दी मंजूरी : Vedanta में निवेश करने वालों को होगा फायदा, प्रति शेयर 9.5 रुपए मिलेगा डिविडेंड

वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) के बोर्ड ने शेयर बाजार से डिलिस्‍ट होने की कोशिश नाकाम (Delisting Fail) रहने के दो हफ्ते बाद शेयरधारकों को अंतरिम लाभांश (Interim Dividend) देने की घोषणा कर दी है।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 25, 2020 9:59 AM IST

बिजनेस डेस्क। वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) के बोर्ड ने शेयर बाजार से डिलिस्‍ट होने की कोशिश नाकाम (Delisting Fail) रहने के दो हफ्ते बाद शेयरधारकों को अंतरिम लाभांश (Interim Dividend) देने की घोषणा कर दी है। डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 31 अक्टूबर, 2020 तय की गई गई है। वेदांता लिमिडेट ने वित्त वर्ष 2021 के लिए अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दी है। कंपनी 9.50 रुपए प्रति इक्विटी शेयर का डिविडेंड देगी। इस पर 3500 करोड़ रुपए कंपनी खर्च करेगी। कंपनी ने स्‍टॉक एक्‍सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि बोर्ड ऑफ डायरेक्‍टर्स ने वित्‍त वर्ष 2020-21 के लिए 1 रुपया प्रति शेयर फेस वैल्‍यू (Face Value) पर 950 फीसदी का अंतरिम लाभांश देने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है, जो 3,500 करोड़ रुपए होगा।

तय समय पर किया जाएगा लाभांश का भुगतान
कंपनी के मुताबिक, अंतरिम लाभांश का भुगतान 31 अक्‍टूबर, 2020 से किया जाएगा। वेदांता लिमिटेड ने कहा कि कानून के मुताबिक तय समय के भीतर शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान कर दिया जाएगा। वेदांता ने 10 अक्‍टूबर को घोषणा की थी कि उसकी डिलिस्‍ट होने की कोशिश नाकाम हो गई है। बता दें कि किसी भी कंपनी को पूंजी बाजार (Capital Markets) से डिलिस्‍ट होने के लिए कम से कम 90 फीसदी शेयर की जरूरत होती है। वेदांता लिमिटेड सिर्फ 83 फीसदी शेयर ही जुटा पाई थी। डिलिस्‍ट होने के लिए जरूरी शेयर में 7 फीसदी कमी रह गई थी।

वेदांता की पेरेंट कंपनी पर 40,000 करोड़ रुपए का कर्ज
वेदांता की पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेस लिमिटेड (Vedanta Resources Ltd.) सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज (Singapore Stock Exchange) में लिस्टेड है। उस पर 40,000 करोड़ रुपए (6.7 अरब डॉलर ) से ज्यादा का कर्ज है। वेदांता का डिलिस्टिंग ऑफर (Delisting Offer) फेल होने के बाद अनिल अग्रवाल अब इस कर्ज को चुकाने के लिए भारत में अपनी दूसरी सहायक कंपनियों से फंड जुटाना चाहते हैं। वे डिविडेंड से मिलने वाले रेवेन्यू और इंटर-कॉरपोरेट लोन के सरप्लस कैश से वीआरएल का कर्ज चुकाना चाहते हैं।

हिंदुस्‍तान जिंक ने की थी डिविडेंड की घोषणा
वेदांता लिमिटेड की मालिकाना हक वाली कंपनी हिंदुस्‍तान जिंक (Hindustan Zinc) ने सितंबर 2020 तिमाही के नतीजे घोषित होने के बाद अपने निवेशकों को प्रति शेयर 21.30 रुपए डिविडेंड देने की घोषणा की है। यह राशि 9,000 करोड़ रुपए के करीब है। इसमें डिविडेंड का ज्यादातर हिस्सा वेदांता को ही मिला, क्योंकि हिंदुस्‍तान जिंक में वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल का 65 फीसदी शेयर है। हिंदुस्तान जिंक में वेदांता के प्रमोटर अनिल अग्रवाल के 274.31 करोड़ शेयर हैं, जिसकी वैल्यू 30 सितंबर के हिसाब से 5,843 करोड़ रुपए है। 

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