सवाल उठ रहा है कि पोस्ट ऑफिस मुख्यालय में इस कदर लापरवारी का जिम्मेदार कौन है? क्योंकि सवाल 200 छात्रों के भविष्य का है। दूसरी तरफ नजर कानपुर विश्वविद्यालय पर भी है कि वह इसको लेकर कौन सा कदम उठाती है, जिससे बच्चों का साल बर्बाद होने से बच जाए।
करियर डेस्क : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में मुख्य डाकघर (Kanpur Head Post Office) से बड़ी लापरवाही की खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां आई 200 छात्रों की परीक्षा की कॉपी ही गायब हो गई है। तीन महीने बीत गए हैं लेकिन अब तक ये कॉपियां कानपुर यूनिवर्सिटी (Kanpur University) नहीं पहुंची। जिससे हड़कंप मच गया है। कुलपति ने पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों से इसकी शिकायत की है। मामले की जांच शुरू हो गई है।
गजब की लापरवाही
दरअसल, यह पूरा मामला औरैया के दिबियापुर डिग्री कॉलेज का है। यहां 200 छात्रों ने यूनिवर्सिटी की परीक्षा दी थी। 3 अप्रैल, 2022 को उनकी कॉपियां दिबियापुर पोस्ट ऑफिस से कानपुर यूनिवर्सिटी भेज दी गई। लेकिन ये कॉपियां तीन महीने बाद अब तक कानपुर पोस्ट ऑफिस मुख्यालय से विश्वविद्यालय तक नहीं पहुंची। इससे उन 200 छात्रों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक साथ इतने छात्रों की कॉपियां सेंटर नहीं पहुंची। जब पता लगाया गया तो गड़पड़ी पोस्ट ऑफिस की निकली।
कुलपति ने क्या कहा
जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि कॉलेज से तो कॉपियां भेज दी गई थी लेकिन पोस्ट ऑफिस से ही गायब हो गई। इसको लेकर कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति विनय पाठक से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह 200 छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ मामला है। इसकी शिकायत पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों से की गई है। जहां तक छात्रों के भविष्य का सवाल है तो चूंकि यह गलती उनकी नहीं है तो उनके फ्यूचर को लेकर कोई दूसरा रास्ता निकालने पर विचार चल रहा है।
पोस्ट ऑफिस में जांच चल रही है- डीजी
वहीं, पोस्ट ऑफिस मुख्यालय के डीजी का कहना है कि कानपुर के सुपरीटेंडेंट मनोज श्रीवास्तव इस मामले की जांच कर रहे हैं, वहीं इन सवालों का जवाब देंगे। अब तक की जांच के बाद मुख्य डाकघर के दो बाबू पवन नंदी और भगवती प्रसाद को सस्पेंड कर दिया गया है। आगे की जांच चल रही है, इधर छात्रों के भविष्य को लेकर यूनिवर्सिटी में मंथन चल रहा है।
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