इस फेलोशिप के माध्यम से पीएचडी ग्रेजुएट्स को रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर आईआईटी गांधीनगर के फैकल्टी से साझेदारी में महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर मिल रहा।
Early-Career Fellowship IIT-Gandhinagar: अगर आप डॉक्टरेट फेलोशिप करने की सोच रहे हैं तो गांधीनगर आईआईटी कैंपस आपको मौका दे रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गांधीनगर (आईआईटी-गांधीनगर) 2023 के लिए अर्ली-करियर फेलोशिप (आईआईटीजीएन-ईसीएफ) के लिए एप्लीकेशन स्वीकार कर रहा है। यह फेलोशिप यूथ डॉक्टरेट कैंडिडेट्स के साथ कोलाबोरेटिव रिसर्च करने की अपार्च्युनिटी दे रहा है।
इस फेलोशिप के माध्यम से पीएचडी ग्रेजुएट्स को रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर आईआईटी गांधीनगर के फैकल्टी से साझेदारी में महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर मिल रहा।
कब तक करेंगे फेलोशिप के लिए आवेदन
इस फेलोशिप के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर 2023 है।
क्या है फेलोशिप से लाभ?
रिसर्च फेलो को एक लाख रुपये मंथली स्टाइपेंड मिलेगा। इसमें 90 हजार रुपये खर्च करने के लिए और एचआरए के लिए 10 हजार रुपये अतिरिक्त मिलेगा। कैंपस के आवास का उपयोग करने पर दस हजार रुपये नहीं मिलेंगे। स्टाइपेंड के अलावा फेलो को सालाना दो लाख रुपये मिलेंगे। इन दो लाख रुपयों का उपयोग फेलो द्वारा विदेशों में कांफ्रेंस अटेंड करने, वर्कशॉप, ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए किया जा सकेगा। ऐसे फेलो जो विदेश में है और अपनी पत्नी, बच्चों के साथ रिलोकेट करते हैं तो उनको अधिकतम एक लाख रुपये तक ट्रांसपोर्टेशन के लिए मिलेगा। एयर फ्लाइट इकोनॉमी क्लास तक सीमित है। इस फेलोशिप में कम से कम छह महीने के लिए आईआईटी गांधीनगर से जुड़ाव रहेगा।
फैलोशिप विस्तार
यह फ़ेलोशिप एक वर्ष की अवधि के लिए है। यदि फेलोशिप पाने वाला फेलो का रिसर्च वर्क आउटस्टैंडिंग है तो उसके फेलोशिप की अवधि एक साल और एक्सटेंड किया जा सकता है। फ़ेलोशिप की कुल अवधि दो वर्ष हो जाती है।
कौन होगा फेलोशिप के लिए एलिजिबिल?
फ़ेलोशिप मुख्य रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जो अकादमिक करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। योग्य आवेदकों को 1 जनवरी 2023 को या उसके बाद भारत या विदेश में किसी संस्थान में अपनी डॉक्टरेट थीसिस का सफलतापूर्वक पूरा किया। भारतीय नागरिक और भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) कार्डधारक दोनों आवेदन करने के पात्र हैं।