हिंदी दिवस 2025 कब है? क्यों मनाया जाता है यह दिन, जानिए 14 सितंबर का इतिहास और महत्व

Published : Sep 11, 2025, 07:15 PM IST
Hindi Diwas 2025

सार

हिंदी दिवस 2025 क्यों मनाया जाता है और इसका महत्व क्या है? जानिए 14 सितंबर का इतिहास, इस दिन को सेलिब्रेट करने का तरीका और राष्ट्रीय हिंदी दिवस के संदेश। जानें कैसे आप भी हिंदी को अपना गर्व बना सकते हैं।

Hindi Diwas 2025 Date: हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को पूरे देश में मनाया जाता है। इसे राष्ट्रीय हिंदी दिवस भी कहते हैं। इस दिन को मनाने का मकसद सिर्फ हिंदी भाषा को सम्मान देना ही नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति, भाषा और राष्ट्रीय पहचान को बढ़ावा देना भी है। यह दिन हमें हिंदी को बढ़ावा देने, राष्ट्रीय एकता मजबूत करने और नई पीढ़ी को भाषा के महत्व से परिचित कराने का अवसर देता है। जानिए हिंदी दिवस मनाने शुरुआत कब-कैसे हुई? इस दिन का इतिहास और महत्व समेत पूरी डिटेल।

हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत कैसे हुई?

हिंदी दिवस की शुरुआत 14 सितंबर 1949 को हुई थी। उस दिन भारत की संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया। यह निर्णय देश की भाषाई विविधता और राष्ट्रीय एकता को ध्यान में रखकर लिया गया। बाद में यह संविधान के अनुच्छेद 343 में शामिल किया गया और 1950 में लागू हुआ। पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हिंदी दिवस मनाने की पहल की थी ताकि देशवासियों में हिंदी के प्रति गर्व और जागरूकता पैदा हो। 1935 से पूरे देश में यह दिन मनाया जाने लगा।

हिंदी दिवस का महत्व

हिंदी सिर्फ भाषा नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक पहचान और राष्ट्रीय एकता की प्रतीक भी है। दुनिया में हिंदी बोलने वालों की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा है और यह दुनिया की टॉप 5 भाषाओं में शामिल है। हिंदी दिवस यह याद दिलाता है कि भाषा हमारी संस्कृति की नींव है। इस दिन का मकसद बच्चों, युवाओं समेत हर वर्ग के लोगों को हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।

हिंदी दिवस 2025 में कैसे मनाते हैं?

इस दिन देशभर के स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करते हैं। जिसमें हिंदी में भाषण, निबंध और कविता प्रतियोगिता। हिंदी साहित्य और भाषा विकास पर वर्कशॉप और सेमिनार। हिंदी को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को राजभाषा कीर्ति पुरस्कार देना। पोस्टर, स्लोगन और क्विज प्रतियोगिता शामिल हैं।

हिंदी भाषा का समाज में महत्व

भारत एक बहुभाषी देश है, लेकिन हिंदी विभिन्न भाषाओं के बीच सेतु की तरह काम करती है। यह न केवल आधिकारिक मामलों में जरूरी है, बल्कि कला, मीडिया, तकनीक और रोजमर्रा की बातचीत में भी इसका व्यापक इस्तेमाल है। हिंदी के माध्यम से हमारी संस्कृति और वैश्विक पहचान मजबूत होती है।

ये भी पढ़ें- हिंदी हमारी सबसे सरल...गर्व से भरे हिंदी दिवस शुभकामना संदेश

हिंदी दिवस के कोट्स 2025

‘हिंदी: हमारी पहचान, हमारा गर्व’

‘हिंदी को जश्न बनाओ, एकता को बढ़ाओ’

‘हिंदी: भारत की धड़कन’

‘गर्व से बोलो हिंदी- हैप्पी हिंदी दिवस’

‘हिंदी को बचाओ, अपनी विरासत को बचाओ’

ये भी पढ़ें- Hindi Diwas Quiz: हिंदी कितना जानते हैं आप? दें इन 10 सवालों के जवाब

PREV
AT
About the Author

Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
Read more Articles on

Recommended Stories

कौन थी सिमोन टाटा? जानिए रतन टाटा की सौतेली मां की शानदार उपलब्धियां
BPSC AEDO Salary: बिहार असिस्टेंट एजुकेशन डेवलपमेंट ऑफिसर को कितनी सैलरी मिलेगी?