बिना पासपोर्ट, 14,000 रुपये में BTS से मिलने निकली ये 3 स्कूली लड़कियां, दक्षिण कोरिया पहुंचने का बनाया ऐसा प्लान

Published : Jan 08, 2024, 12:56 PM ISTUpdated : Jan 09, 2024, 12:20 PM IST
3 girls planned travel south korea to meet BTS

सार

पॉपुलर कोरियाई पॉप बैंड बीटीएस के फैंस ज्यादातर टीनएजर्स हैं। नये मामले में 3 लड़कियां जो सरकारी स्कूल में कक्षा 8 के छात्राएं हैं। अपने फेवरेट बैंड ग्रुप से मिलने के लिए दक्षिण कोरियाई राजधानी सियोल जाने का फैसला किया और अनोखा प्लान बनाया। जानिए

एक सरकारी स्कूल में कक्षा 8 की, 13 साल की 3 छात्राओं ने बीटीएस स्टार्स से मिलने और दक्षिण कोरिया जाने के लिए अनोखा प्लान बनाया। यह एक ऐसा प्लान था जिसमें खर्च करने के लिए उनके पास मात्र 14 हजार रुपये थे। और तीनों में से किसी के भी पास पासपोर्ट नहीं था। पानी जहाज पर चढ़ने के लिए तमिलनाडु में इन लड़कियों ने विशाखापत्तनम को चुना। लड़कियां 4 जनवरी को चुपचाप अपने घरों से बाहर निकल गईं और इरोड, जो करूर के पास है से ट्रेन पकड़कर चेन्नई पहुंच गईं। इस बीच लड़कियां स्कूल से घर नहीं लौटीं, तो उनके माता-पिता ने करूर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसने राज्य भर में अधिकारियों को पहले ही सतर्क कर दिया और तलाश शुरू कर दी थी।

किसी के पास पासपोर्ट नहीं, कैश ₹14,000

बीटीएस की फैन इन लड़कियों के पास कोई पासपोर्ट नहीं था। सिर्फ कुल मिलाकर लगभग ₹14,000 की बचत थी, फिर भी उन्हें विश्वास था कि वे अपने फेवरेट बैंड बीटीएस से मिलने के लिए सियोल पहुंच जायेंगे। काफी मशक्कत के बाद गुरुवार रात उन्हें चेन्नई के एक होटल में कमरा मिल गया और उन्हें लगा कि वे बिना पासपोर्ट के जहाज से सियोल जा सकती हैं। उनकी बेताब कोशिशें उन्हें एक जगह से दूसरी जगह घसीटती रहीं और अंत में उनकी सारी एनर्जी खत्म हो गई। जब उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा तो वे अपने घर पहुंचने के लिए चेन्नई से ट्रेन में सवार हो गईं।

खाना खरीदने उतरी, तो ट्रेन छूट गई

वेल्लोर जिला बाल कल्याण समिति के प्रमुख पी वेदनायगम के अनुसार कटपाडी रेलवे स्टेशन पर, जब वे आधी रात को खाना खरीदने के लिए उतरे, तो उनकी ट्रेन छूट गई। यहां पुलिस कर्मियों ने बच्चों और चाइल्ड लाइन अधिकारियों से बात की और हमें सतर्क कर दिया गया। उन्हें वेल्लोर जिले में एक सरकारी सुविधा में रखा गया और उनके माता-पिता को बुलाया गया और बच्चों और उनके माता-पिता के लिए काउंसलिंग सेशन आयोजित किए गए।

लड़कियों को थी बीटीएस के बारे में हर छोटी से छोटी जानकारी

लड़कियों को बीटीएस बैंड और स्टार्स के बारे में हर छोटी से छोटी जानकारी पता थी, उनके कपड़े पहनने के तरीके से लेकर और भी बहुत कुछ। उन्होंने पॉप बैंड सितारों द्वारा इस्तेमाल किए गए जूते के समान जूते खरीदे थे। बीटीएस स्टार उनकी प्रेरणा थे और स्मार्टफोन तक पहुंच ने उनके अंदर यह जुनून पैदा किया कि वे उनसे मिलने के लिए तरस रहे थे। काउंसिलिंग के दौरान इन बच्चों को बताया गया कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए 'विदेश जाने' का उनका निर्णय कितनी भयानक गलती थी।

पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया

काउंसलिंग के दौरन इन बच्चियों को केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गयाख् जिससे उन्हें अपने सपनों को साकार करने में मदद मिले। शिक्षा के महत्व और उसके मूल्य के बारे में बताया और माता-पिता को सलाह दी गई कि वे इस बात पर नजर रखें कि उनके बच्चे क्या करते हैं। बच्चियों को बताया गया कि स्मार्टफोन और इंटरनेट, हालांकि रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोगी हैं लेकिन उनका उपयोग मुख्य रूप से शिक्षा संबंधी उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए।

बच्चियों का फैमिली बैकग्राउंड

बच्चियों की फैमिली बैकग्राउंड को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। एक लड़की के सिंगल पैरेंट हैं। दूसरी लड़की के पिता मानसिक रूप से विकलांग हैं। इन लड़कियों की मां खेत मजदूर के रूप में काम करती हैं। उनके पास इस बात की निगरानी के लिए समय नहीं है कि उनके बच्चे क्या करते हैं और वे क्या चाहते हैं। काउंसलिंग में माता-पिता से अनुरोध किया गया कि वे अपने बच्चों की देखभाल के लिए उचित व्यवस्था करें ताकि उन्हें सपोर्ट और मार्गदर्शन मिले। काउंसलिंग के बाद बच्चों को उनके माता-पिता के साथ उनके गृह जिले भेज दिया गया।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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