
How to Become Hindi Teacher in India: भारत में शिक्षक को हमेशा से सम्मान और आदर की दृष्टि से देखा जाता है। खासतौर पर हिंदी शिक्षक, जो हमारी मातृभाषा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम करते हैं। Hindi Diwas 2025 के मौके पर अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि सेंट्रल गवर्नमेंट हिंदी टीचर कैसे बनते हैं, इसके लिए क्या योग्यता चाहिए और कितनी सैलरी मिलती है, तो यह जानकारी आपके लिए है। केंद्र सरकार के सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनना सिर्फ एक नौकरी नहीं बल्कि समाज निर्माण में योगदान है। इसके साथ ही यह करियर आपको स्थायी आय, सुविधाएं और पेंशन जैसी सुरक्षा भी देता है।
केंद्र सरकार के स्कूलों, जैसे केंद्रीय विद्यालय संगठन- KVS, नवोदय विद्यालय समिति- NVS में हिंदी टीचर बनने के लिए कुछ तय स्टेप्स होते हैं-
PRT (प्राइमरी टीचर): न्यूनतम 12वीं पास के साथ D.El.Ed और CTET Paper 1 पास होना चाहिए।
TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर): ग्रेजुएशन डिग्री (हिंदी विषय में) के साथ BEd और CTET Paper 2 पास होना जरूरी।
PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर): हिंदी में पोस्टग्रेजुएट डिग्री के साथ BEd होना चाहिए। CTET की जरूरत नहीं, लेकिन KVS या NVS की भर्ती परीक्षा पास करनी होती है।
सरकारी शिक्षक की सैलरी 7वें वेतन आयोग के अनुसार तय होती है। अनुभव, पद और पोस्टिंग लोकेशन के आधार पर सैलरी बदलती है।
PRT (प्राइमरी टीचर): 40,000 रुपए से 50,000 रुपए (स्टार्टिंग ग्रॉस)
TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर): 50,000 रुपए से 60,000 रुपए
PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर): 55,000 रुपए से 65,000 रुपए
प्रोफेसर या लेक्चरर: 60,000 रुपए से 80,000 रुपए तक (वरिष्ठता पर निर्भर)
इसके अलावा DA, HRA, मेडिकल अलाउंस, LTC और पेंशन जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।
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Hindi Diwas 2025 पर यह समझना जरूरी है कि हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी पहचान है। अगर आप चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी हिंदी से जुड़ी रहे, तो सेंट्रल गवर्नमेंट हिंदी टीचर बनना आपके लिए बेहतरीन करियर ऑप्शन है। इस प्रोफेशन में आपको न सिर्फ अच्छी सैलरी मिलती है, बल्कि समाज में एक अलग पहचान और सम्मान भी मिलता है।
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