
IIM Ahmedabad Dubai Campus: दुबई में भारत के सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल, आईआईएम अहमदाबाद का पहला अंतरराष्ट्रीय कैंपस लॉन्च हो गया है। इस कार्यक्रम में महामहिम शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, दुबई के क्राउन प्रिंस और यूएई के उपप्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री और भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान उपस्थित रहे। मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि आईआईएम अहमदाबाद का दुबई कैंपस भारत की शिक्षा को दुनिया तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने इसे “Indian in spirit, global in outlook” यानी भारतियत में आत्मा और वैश्विक दृष्टिकोण वाला मॉडल बताया। दुबई इस कैंपस के लिए एक आदर्श शुरुआत वाला प्लेटफॉर्म साबित होगा।
शिक्षा मंत्री ने दुबई में हायर एजुकेशन और साइंटिफिक रिसर्च के कार्यवाहक मंत्री, यूएई, डॉ अब्दुलरहमान अल अवार से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने हायर एजुकेशन में सहयोग बढ़ाने, रिसर्च और इनोवेशन पर काम करने और कल्चरल व एकेडमिक आदान-प्रदान को मजबूत करने पर चर्चा की। धर्मेंद्र प्रधान ने खास तौर पर इस बात पर जोर दिया कि भारत एक ग्लोबल टैलेंट हब है और यूएई एक ग्लोबल इकोनॉमिक हब, इसलिए दोनों देशों के बीच एजुकेशन और रिसर्च के फील्ड में सहयोग और भी महत्वपूर्ण है।
धर्मेंद्र प्रधान ने दुबई में मणिपाल विश्वविद्यालय का भी दौरा किया और वहां सिम्बायोसिस, बिट्स पिलानी, एमआईटी, एमेटी जैसे भारतीय हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल्स के साथ चर्चा की। उन्होंने समझा कि यूएई में शिक्षा के नए मॉडल कैसे काम कर रहे हैं और भविष्य की योजनाओं में भारत किस तरह से योगदान दे सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अब शोध का मूल्य केवल पेपर तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे प्रोडक्ट और मार्केट में बदलने पर ध्यान देना जरूरी है। इसके जरिए भारत का एजुकेशन, इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को ग्लोबल लेवल पर मजबूत किया जा सकेगा।
प्रधान ने दुबई में 109 भारतीय स्कूलों के प्रिंसिपल्स से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने GCC देशों के सीबीएसई स्कूलों में 12 नए अटल टिंकरिंग लैब्स खोलने की घोषणा की। इन लैब्स के जरिए छात्रों में साइंस, टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योर स्किल डेवलप किए जाएंगे।
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कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारतीय कांसुलेट, दुबई में गफ ट्री का पौधा लगाया। यह UAE का राष्ट्रीय पेड़ है। यह पौधा भारत-यूएई दोस्ती, स्थिरता और शांति का प्रतीक बनकर खड़ा रहेगा। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान 'एक पेड़ मां के नाम 2.0' के तहत लगाया गया। दुबई में IIM Ahmedabad का पहला अंतरराष्ट्रीय कैंपस न केवल शैक्षिक सहयोग का प्रतीक है, बल्कि यह भारत के वैश्विक शिक्षा मानचित्र में योगदान को भी मजबूत करता है। यह कदम स्टूडेंट्स, रिसर्चर और एंटरप्रेन्योर के लिए नए अवसरों और करियर की दिशा खोलता है।
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