स्कूल-कॉलेजों में आज से हर दिन भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे छात्र, इस राज्य ने किया अनिवार्य

Published : Sep 15, 2023, 03:55 PM ISTUpdated : Sep 15, 2023, 04:00 PM IST
Constitution's Preamble

सार

कर्नाटक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, कॉलेजों में छात्र आज से हर दिन भातीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के अवसर पर कर्नाटक सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है। इसका उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना है।

करियर डेस्क. अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाने के लिए, कर्नाटक राज्य सरकार ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां विधान सौध की सीढ़ियों पर संविधान की प्रस्तावना को जोर से पढ़ा गया। इस महत्वपूर्ण गतिविधि को अब पूरे कर्नाटक के स्कूलों और कॉलेजों में अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके तहत छात्रों को आज से प्रतिदिन संविधान की प्रस्तावना का पाठ करना होगा।

2.27 करोड़ प्रतिभागियों ने कराया रजिस्ट्रेशन

कर्नाटक, भारत और दुनिया भर के लोगों सहित 2.27 करोड़ प्रतिभागियों ने इस प्रस्तावना को पढ़ने की पहल के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। संविधान की प्रस्तावना पंचायतों से लेकर मंत्रालयों तक फैले विभिन्न कार्यालयों में गूंजेगी। यहां तक ​​कि एसोसिएशन, निगम, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सरकारी विभाग और बैंक भी अपने-अपने स्थानों पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने के लिए प्रतिबद्ध होकर भागीदारी के लिए सूचीबद्ध हुए हैं। जिला कलेक्टर इस पहल का नेतृत्व करेंगे। इस कार्यक्रम को मिला जबरदस्त समर्थन वास्तव में उल्लेखनीय है, जिसमें देश के कोने-कोने से आए नागरिकों ने अपना उत्साह दिखाया है। नीचे, देखें संविधान की प्रस्तावना , जिसे स्कूलों और कॉलेजों में प्रतिदिन पढ़ा जाना है:

भारतीय संविधान की प्रस्तावना

“हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को:

सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय,

विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,

प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा,

उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने के लिए,

दृढसंकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई. (मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, संवत दो हजार छह विक्रमी) को एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।”

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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