Women Day 2023 : 15,000 महिलाओं ने उठाई हक की आवाज, 115 साल पहले हिलाकर रख दिया था न्यूयार्क, जानें महिला दिवस का इतिहास

हर साल 8 मार्च को महिलाओं के सम्मान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 114 साल पहले हुई थी। तब महिलाएं अपने हक की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आई और इतिहास बदल दिया था।

Satyam Bhardwaj | Published : Feb 27, 2023 3:16 PM IST / Updated: Feb 28 2023, 09:33 AM IST

करियर डेस्क : ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’..आधी आबादी की ताकत के सेलिब्रेशन का दिन..8 मार्च का दिन दुनियाभर की महिलाओं को समर्पित दिन है। इस दिन ‘इंटरनेशनल वुमेंस डे’ (International Women's Day 2023) मनाया जाता है। आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां महिलाओं का दबदबा न हो। हर दिन सफलता की नई कहानी महिलाएं लिख रही हैं। फैमिली की रिस्पॉन्सबिलिटी हो या ऑफिस का कामकाज, हर काम को महिलाएं बखूबी अंजाम दे रही हैं। आज से 114 साल पहले अपना हक बचाने करीब 15,000 महिलाएं एक साथ सड़क पर उतर आई थीं। तभी दुनिया को उनकी ताकत का अंदाजा हुआ और इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई। आइए जानते हैं महिला दिवस का इतिहास..

ऐसे हुई अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत

आज से 115 साल पहले 1908 में करीब 15,000 महिलाएं न्यूयॉर्क की सड़कों पर उतर आई थीं। उनकी मांग थी कि नौकरी का समय कुछ घंटे कम हो और उनकी सैलरी काम के हिसाब से दी जाए। उन्होंने वोट देने का अधिकार भी मांगा। जब उनकी बुलंद आवाज सरकार तक पहुंची तब एक साल बाद 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस मनाने का ऐलान किया।

महिला दिवस और 8 मार्च का कनेक्शन

न्यूयार्क की सड़क पर जिस दिन महिलाएं उतरीं और अपने हक की मांग की, उस दिन की तारीख 8 मार्च थी। इसी के अगले साल सोशलिस्ट पार्टी ने इस दिन को महिला दिवस के तौर पर मनाना शुरू किया। इतिहास में एक कहानी और आती है कि 1917 में जब पहला विश्व युद्ध चल रहा था, तब रूस की महिलाओं ने ब्रेड और पीस को लेकर हड़ताल की शुरुआत की। उनकी इस मांग के आगे सम्राट निकोलस को झुकना पड़ा और उन्होंने अपने पद से त्याग दे दिया और इसी के साथ महिलाओं को वोट का अधिकार मिला। उनके इसी प्रोटेस्ट को देखते हुए यूरोप में भी महिलाओं ने 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स के समर्थन में रैलियां निकाली।

1975 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मान्यता मिली

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत भले ही 1909 में हो गई थी लेकिन संयुक्त राष्ट्र से इसे 8 मार्च, 1975 में मान्यता मिली। इसके बाद से आधिकारिक तौर पर 8 मार्च को इस दिन को मनाया जाने लगा। हर साल एक थीम पर महिला दिवस मनाया जाता है।

इंटरनेशनल वुमेंस डे 2023 की थीम क्या है

पहली बार इंटरनेशनल वुमेंस डे का थीम थी- ‘सेलिब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर’...इसके बाद से हर साल एक स्पेशल थीम के पर इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ‘एम्ब्रेस इक्विटी’ (Embrace Equity).है. जिसका मतलब है एक ऐसी समावेशी दुनिया का निर्माण जिसमें लैंगिक समानता (Gender Equality) पर फोकस करना हर समाज के डीएनए का हिस्सा होना चाहिए। हर किसी को सक्रिय तौर पर इसका सपोर्ट करना चाहिए।

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