
International Yoga Day 2025: हर साल 21 जून को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्कूल-कॉलेजों में बच्चे योगाभ्यास करते हैं, वहीं कई लोग अपने जीवन में योग को अपनाने का संकल्प भी लेते हैं। इतना ही नहीं आज के समय में योग में करियर बनाने के भी ढेरों विकल्प हैं। देश की कई सेंट्रल और स्टेट यूनिवर्सिटीज अब योग से जुड़े डिग्री और डिप्लोमा कोर्स चला रही हैं, जहां से आप प्रोफेशनल योग ट्रेनर, योग थेरेपिस्ट या रिसर्चर भी बन सकते हैं।
साल 2018 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) ने योग शिक्षा को यूनिवर्सिटी स्तर पर बढ़ावा देने के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया था, जिसकी अध्यक्षता स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान (S-VYASA), बेंगलुरु के चांसलर प्रोफेसर एच.आर. नागेन्द्र कर रहे थे। इस कमेटी की सिफारिशों के आधार पर यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने देशभर की यूनिवर्सिटीज को 5 प्रमुख योग कोर्स शुरू करने की सलाह दी। आगे जानिए योग से जुड़े कोर्स और उनकी अवधि।
| कोर्स का नाम | कोर्स कोड | अवधि |
| बीएससी (योगा) | B.Sc. Yoga | 3 से 6 साल |
| एमएससी (योगा) | M.Sc. Yoga | 2 से 4 साल |
| पीएचडी (योगा) | PhD Yoga UGC | नियमों के अनुसार |
| पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन योगा | PGDY | 1 से 2 साल |
| पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन योगा थेरेपी | PGDYT | 1 से 2 साल |
कमेटी की सिफारिशों के बाद कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालयों को योग विभाग शुरू करने के लिए चुना गया था। इनमें शामिल हैं-
जो भी छात्र योगा में करियर बनाना चाहते हैं, वे संबंधित यूनिवर्सिटीज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर कोर्स डिटेल्स, एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया और एडमिशन प्रोसेस की जानकारी हासिल कर सकते हैं। और योग्यता अनुसार आवेदन कर सकते हैं।