
MPBSE MP Board 10th 12th Result 2025: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने आज 6 मई को सुबह 10 बजे एमपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रिजल्ट की औपचारिक घोषणा की। अब छात्र-छात्राएं अपने बोर्ड रिजल्ट के नंबर mpbse.mponline.gov.in, mpresults.nic.in और DigiLocker पर चेक कर सकते हैं।
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अब जबकि रिजल्ट आ चुका है, छात्र आगे की पढ़ाई की दिशा तय कर सकते हैं। जो फेल हुए हैं, उन्हें जुलाई में दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा, क्योंकि इस बार न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत साल में दो बार परीक्षा की व्यवस्था की गई है।
इस साल 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 21 मार्च तक आयोजित हुई थीं। ये परीक्षाएं रोज सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलीं। शुरुआत हिंदी विषय से हुई थी और आखिरी पेपर साइंस का था। वहीं, 12वीं की परीक्षा 25 फरवरी से 25 मार्च तक चली। इसकी टाइमिंग भी सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक ही रही। पहले दिन 12वीं के छात्र भी हिंदी का पेपर देकर शुरू हुए और अंत में गणित का पेपर हुआ। रेगुलर स्टूडेंट्स के लिए प्रैक्टिकल 10 फरवरी से 15 मार्च के बीच हुए थे। जबकि स्वाध्यायी (प्राइवेट) विद्यार्थियों के लिए प्रैक्टिकल 25 फरवरी से 25 मार्च तक सेंटर पर आयोजित किए गए थे।
एमपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट 2025 देखने के लिए छात्रों को केवल दो जानकारियां अपने पास रखनी होंगी-
12वीं में पिछली बार लड़कियों ने बाजी मारी थी। 68.43% लड़कियां पास हुई थीं, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 60.55% रहा। 10वीं में भी लड़कियों का प्रदर्शन बेहतर रहा था। लड़कियों का पास प्रतिशत 61.88% रहा, वहीं लड़कों का सिर्फ 54.35%। पिछले साल टॉप रहे जिलों की बात करें तो-
12वीं के टॉप-5 जिले
10वीं के टॉप-5 जिले
पिछले साल एमपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में कुल 7,47,598 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 7,35,556 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 864 छात्रों का रिजल्ट रद्द कर दिया गया, जबकि 295 छात्रों का रिजल्ट रोका गया था। बोर्ड ने कुल 7,34,397 छात्रों का रिजल्ट जारी किया, जिनमें से 4,27,510 छात्र पास हुए। नियमित छात्रों का पास प्रतिशत 64.49% रहा, जबकि प्राइवेट छात्रों का रिजल्ट सिर्फ 22.46% रहा।
वहीं 10वीं बोर्ड परीक्षा की बात करें तो पिछले साल 9,91,168 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिनमें से 9,72,322 छात्र परीक्षा में बैठे। 586 छात्रों का रिजल्ट रद्द किया गया और 237 छात्रों का रिजल्ट रोका गया। कुल 9,71,499 छात्रों का रिजल्ट जारी किया गया, जिसमें से 4,97,029 छात्र पास हुए। रेगुलर छात्रों का पास प्रतिशत 58.10% रहा, जबकि प्राइवेट छात्रों का रिजल्ट सिर्फ 13.26% रहा।