
हर साल लाखों स्टूडेंट्स डॉक्टर बनने का सपना लेकर NEET UG एग्जाम में बैठते हैं। साल 2025 में करीब 23 लाख उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, जो कि मेडिकल प्रोफेशन की लोकप्रियता और कॉम्पिटिशन को साफ दिखाता है। हालांकि ये आंकड़ा पिछले साल के रिकॉर्ड 24.06 लाख से थोड़ा कम है, लेकिन छात्रों का जोश बिल्कुल वैसा ही बना हुआ है।
NEET UG को आमतौर पर MBBS में एडमिशन के लिए मुख्य रास्ता माना जाता है, लेकिन मेडिकल फील्ड सिर्फ MBBS तक सीमित नहीं है। इस परीक्षा के जरिए स्टूडेंट्स कई और बेहतरीन कोर्सेस का रास्ता भी चुन सकते हैं, जिनमें करियर की बहुत सारी संभावनाएं हैं। जानिए NEET UG के बाद सिर्फ MBBS ही नहीं, और कौन-कौन से कोर्सेस हैं जो आपके मेडिकल करियर को नई दिशा दे सकते हैं।
भारत में MBBS की करीब 1.05 लाख सीटें हैं, जिससे साफ है कि कॉम्पिटिशन कितना जबरदस्त है। ये कोर्स 5.5 साल का होता है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल होती है। इस कोर्स के बाद छात्र क्लिनिकल प्रैक्टिस, रिसर्च या आगे स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं।
BSc नर्सिंग एक 4 साल का कोर्स है, जिसकी मांग भारत ही नहीं, विदेशों में भी तेजी से बढ़ रही है। इस कोर्स में दाखिले के लिए 10+2 (PCB) में कम से कम 50% मार्क्स जरूरी होते हैं। सरकारी कॉलेजों में इसकी फीस ₹50,000 से ₹2 लाख तक होती है। भारत में शुरुआती सैलरी ₹3 से ₹5 लाख सालाना होती है, जबकि विदेशों में ये ₹20 से ₹50 लाख तक जा सकती है।
Bachelor of Pharmacy एक 4 साल का कोर्स है, जिसमें ड्रग डेवलपमेंट, फार्माकोलॉजी और रिसर्च पढ़ाया जाता है। इसमें दाखिला PCB या PCM के साथ 50% अंकों पर मिलता है। भारत की फार्मा इंडस्ट्री 2024 में $50 बिलियन की हो गई है, जिससे जॉब के अच्छे मौके हैं।
Bachelor of Dental Surgery एक 5 साल का कोर्स है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल होती है। इसमें NEET UG स्कोर के आधार पर एडमिशन होता है। भारत में BDS की 27,000 से ज्यादा सीटें हैं। शुरुआती सैलरी ₹3 से ₹8 लाख और निजी प्रैक्टिस या MDS के बाद ₹15 से ₹30 लाख तक पहुंच सकती है।
Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery (BAMS) भी 5.5 साल का कोर्स है जो आयुर्वेदिक साइंस और मॉडर्न मेडिकल नॉलेज का मिश्रण है। NEET क्वालिफाई करने और 10+2 (PCB) में 50% मार्क्स जरूरी हैं। भारत का AYUSH सेक्टर 2028 तक $23 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है।
Bachelor of Veterinary Science & Animal Husbandry भी 5.5 साल का कोर्स है, जिसमें NEET स्कोर और 10+2 (PCB) में 50% मार्क्स की जरूरत होती है। शुरुआती सैलरी ₹3 से ₹7 लाख और अनुभव के साथ ₹15 लाख तक जा सकती है। यह कोर्स पशु प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
Bachelor of Physiotherapy एक 4 साल का कोर्स है जिसमें 6 महीने की इंटर्नशिप होती है। 10+2 (PCB) में 50% मार्क्स जरूरी हैं। भारत में फिजियोथेरेपी सेक्टर 2028 तक $1 बिलियन तक पहुंच सकता है। शुरुआती सैलरी ₹2 से ₹6 लाख और स्पेशलाइजेशन के बाद ₹8 से ₹15 लाख तक हो सकती है।
BSc Biotechnology एक 3-4 साल का कोर्स है, जिसमें बायोलॉजी की मदद से फार्मा, एग्रीकल्चर और हेल्थ सेक्टर में तकनीकी समाधान तैयार किए जाते हैं। यह कोर्स रिसर्च, जेनेटिक इंजीनियरिंग और वैक्सीन डेवलपमेंट जैसे फील्ड्स में अच्छा करियर देता है।
यह कोर्स बायोलॉजी, मेडिकल और इंजीनियरिंग का कॉम्बिनेशन है, जो मेडिकल डिवाइस डिज़ाइन, डायग्नोस्टिक्स और क्लिनिकल टेस्टिंग में स्कोप देता है। इसकी सैलरी ₹3 से ₹6 लाख और अनुभव के साथ ₹10 से ₹20 लाख तक हो सकती है।
MBBS और BDS क्लिनिकल फील्ड के लिए बेस्ट हैं, वहीं BSc, BPT, BPharm जैसी डिग्रियां रिसर्च, टेक्नोलॉजी और वर्क-लाइफ बैलेंस चाहने वालों के लिए बेहतर हैं।