
Retirement Age in India: हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के रिटायरमेंट की उम्र वाले बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। नागपुर में एक किताब के विमोचन कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि जब कोई 75 साल का हो जाता है, तो उसे रुक जाना चाहिए और दूसरों के लिए रास्ता छोड़ देना चाहिए। वे दिवंगत संघ विचारक मोरोपंत पिंगले को समर्पित कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ये बातें कहीं। भागवत ने याद करते हुए कहा कि मोरोपंत हमेशा मजाकिया अंदाज में कहा करते थे कि अगर 75 की उम्र के बाद कोई आपको शॉल ओढ़ा रहा है, तो समझिए इशारा है कि अब आपको रुक जाना चाहिए। मोहन भागवत के इस बयान को कई लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अप्रत्यक्ष संदेश माना है, जो इसी साल 17 सितंबर 2025 को 75 साल के होने जा रहे हैं। वहीं, मोहन भागवत खुद 11 सितंबर को 75 पूरे कर लेंगे। इस बहस के बीच जानिए भारत में सरकारी कर्मचारी, प्राइवेट और राजनीतिज्ञों के लिए रिटायरमेंट की उम्र सीमा क्या है?
भारत में सरकारी कर्मचारी के रिटायरमेंट की उम्र की बात करें, तो सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट जॉब में रिटायरमेंट की उम्र आमतौर पर फिक्स होती है। हांलाकि यह विभाग के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। जिसमें-
| विभाग | रिटायरमेंट की उम्र |
| केंद्र सरकार के कर्मचारी | (ज्यादातरl) 60 साल |
| राज्य सरकार के कर्मचारी | (अधिकतर राज्य) 58–60 साल |
| प्रोफेसर, विश्वविद्यालय शिक्षक | 65 साल |
| सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट जज | 62 से 65 साल (पोस्ट वाइज) |
| आर्मी, डिफेंस सर्विसेस | 35-60 साल तक (रैंक पर निर्भर) |
| डॉक्टर | 65 साल (AIIMS जैसे संस्थान में) |
प्राइवेट सेक्टर में रिटायरमेंट की उम्र सीमा की बात करें तो, यहां कोई तय उम्र नहीं होती। यह पूरी तरह कंपनी की पॉलिसी पर डेपेंड करता है। प्राइवेट कंपनियों में आमतौर पर 58 से 60 साल की उम्र में कर्मचारी को रिटायर किया जाता है। हालांकि कुछ कंपनियों में व्यक्ति के परफार्मेंस या पोस्ट की जरूरत को देखते हुए 65 साल या उससे ज्यादा उम्र तक एक्सटेंशन या कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड काम भी कराया जाता है। टेक या स्टार्टअप कंपनियों में रिटायरमेंट पॉलिसी बहुत ज्यादा फ्लेक्सिबल होती है।
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बता दें कि भारत में राजनीति में राजनेताओं के रिटायरमेंट की कोई उम्र तय नहीं है। जब तक नेता चुनाव लड़ने के योग्य हैं और जनता उन्हें चुनती है, वे राजनीति में एक्टिव रह सकते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, नरेंद्र मोदी जैसे नेता इसके उदहारण हैं।
| जॉब सेक्टर | रिटायरमेंट की उम्र |
| सरकारी नौकरी | 58 से 65 साल (पोस्ट वाइज अलग-अलग) |
| प्राइवेट नौकरी | 58 से 60 साल (कंपनी पॉलिसी पर निर्भर) |
| राजनीतिज्ञ | उम्र की कोई तय सीमा नहीं |
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