Rules for Children Ticket: ट्रेन, फ्लाइट और बस में बच्चों के टिकट के नियम अलग-अलग होते हैं। जानिए छोटे बच्चों के लिए टिकट के नियम क्या हैं। कहां छूट मिलेगी और कहां पूरा किराया लगेगा।
Rules for Children Ticket: अगर आप अपने छोटे बच्चे के साथ यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि ट्रेन, फ्लाइट और बस में बच्चों के टिकट को लेकर क्या नियम हैं। कई मामलों में छोटे बच्चों के लिए किराए में छूट मिलती है, तो कहीं पर पूरी टिकट लेनी पड़ती है। जानिए अलग-अलग ट्रांसपोर्टेशन सर्विस में बच्चों के लिए क्या नियम लागू होते हैं।
अगर कोई बच्चा 2 साल से कम उम्र का है, तो उसके लिए अलग से टिकट लेने की जरूरत नहीं होती। हालांकि, कुछ मामूली चार्ज लग सकते हैं, जो एयरलाइन के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए टिकट जरूरी होता है और किराया एयरलाइन की नीति के अनुसार तय होता है।
5 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए टिकट लेने की जरूरत नहीं होती, अगर उसके लिए अलग सीट बुक नहीं की जाती। 5 से 11 साल के बच्चों के लिए अगर अलग सीट बुक की जाती है, तो किराए में 50% की छूट मिलती है। 12 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए वयस्कों (एडल्ट) की तरह पूरा किराया देना पड़ता है।
बस में बच्चों के टिकट के लिए सरकारी और निजी बसों के नियम अलग-अलग हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में 5 साल तक के बच्चों के लिए टिकट नहीं लगता, अगर अलग सीट नहीं ली जाती। 5 साल से बड़े बच्चों को टिकट लेना जरूरी होता है, लेकिन कई जगहों पर किराए में छूट दी जाती है।
फ्लाइट और बस के नियम अलग-अलग कंपनियों पर निर्भर करते हैं, इसलिए यात्रा से पहले संबंधित एयरलाइन या बस सेवा से जानकारी लेना जरूरी है। रेलवे के नियम पूरे भारत में समान होते हैं, लेकिन बुकिंग के समय नियमों की पुष्टि कर लेना बेहतर होता है। तो अगली बार जब आप बच्चे के साथ सफर करें, तो इन नियमों को ध्यान में रखकर अपनी यात्रा की योजना बनाएं और बेफिक्र होकर ट्रिप का आनंद लें।