UPPSC Result 2022 : टॉपर दिव्या सिकरवार का सक्सेस मंत्र, जानें कितने घंटे की पढ़ाई में क्रैक होगा यूपी PCS

Published : Apr 08, 2023, 11:04 AM ISTUpdated : Apr 08, 2023, 12:10 PM IST
UPPSC Result 2023 Topper

सार

दिव्या का यह तीसरा अटेम्प्ट था। वह कड़ी मेहनत के साथ इस बार तैयारी में जुटी थीं। शुक्रवार को जब रिजल्ट आया, तब पूरा गांव बेटी की इस सफलता पर झूम उठा। एक पल तो खुद दिव्या को भी नहीं लगा कि वो टॉपर बन गई हैं।

करियर डेस्क : 'मन में यह आशा थी कि एक दिन एग्जाम जरूर क्लीयर करूंगी, लेकिन टॉप कर जाऊंगी इसकी उम्मीद न थी। जो सपना देखा था, वह आज पूरा हो गया है।' ये शब्द हैं, यूपीपीसीएस एग्जाम की टॉपर (UPPSC Result 2022 Topper) दिव्या सिकरवार (Divya Sikarwar) की। शुक्रवार को जब यूपीपीएससी का रिजल्ट (UPPSC Result 2022) आया तब दिव्या लिस्ट में टॉप पर थीं। बेटी की सफलता पर पूरी फैमिली, गांव और जिला खुशी से फूला नहीं समां रहा है। आइए जानते हैं दिव्या की वह स्ट्रैटजी जिसकी बदौलत आज वे यूपीपीसीएस की टॉपर बनी हैं।

UPPSC जरूर क्लियर होगा

दिव्या सिकरवार ने अपनी सफलता के पीछे पैरेंट्स और टीचर का योगदान बताया है। उन्होंने कहा कि वह यूपीएससी जरूर क्लियर करेंगी, इसकी उम्मीद थी लेकिन टॉप रैंकिंग होगी, ऐसी उम्मीद नहीं थी। दिव्या आगरा (Agra) के एत्मादपुर के गढ़ी रामी गांव की हैं। उनकी इस सफलता पर पूरा गांव झूम रहा है। बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने पीसीएस 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी किया गया। इसमें टॉप 10 में 8 लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है।

तीसरे अटेम्प्ट में UPPSC क्रैक

दिव्या ने बताया कि वह काफी समय से पीसीएस की तैयारी कर रही हैं। यह तीसरा अटेम्प्ट था। इससे पहले वह इंटरव्यू राउंड तक भी पहुंच चुकी थीं लेकिन सफलता हाथ नहीं आई थी। इस बार सक्सेस हाथ लगी है तो गांव के युवाओं की इंस्पिरेशन बन गई हैं।

UPPSC टॉपर का सक्सेस मंत्र

गांव से आने वाली दिव्या सिकरवार के पिता राजपाल रिटायर्ड फौजी हैं। बेटी को अफसर बनाने की चाहत शुरू से ही थी। गांव में महंगी कोचिंग नहीं थी तो दिव्या ने ज्यादा से ज्यादा सेल्फ स्टडी पर ही फोकस किया और पीसीएस टॉपर बन गई हैं। रिजल्ट आने के बाद देर रात तक और आज सुबह से ही उनके घर लोगों का आना जाना लगा हुआ है।

कितने घंटे पढ़कर क्रैक होगा UPPSC

दिव्या ने अपनी स्ट्रैटजी बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी घंटों के हिसाब से पढ़ाई नहीं की। बस पूरे मन और मेहनत से पढ़ाई की। कई बार सफलता नहीं मिली लेकिन हार मानने की बजाय और भी मेहनत के साथ नई शुरुआत की। घर का कामकाज करती और जब भी फ्री होती, ऑनलाइन क्लास करती। कई-कई घंटे पढ़ने की बजाय कम घंटे में फोकस कर पढ़ाई करना ज्यादा फायदेमंद होता है। बस याद रखना है कि अपना लक्ष्य ध्यान में रहे और उसी के हिसाब से मेहनत होती जाए, तो सक्सेस मिलनी ही है।

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