फैमिली बिजनेस छोड़ IAS बनने की राह पर चली यह IITian, UPSC में दो बार मिली सफलता

Published : Jan 22, 2025, 07:28 PM IST
UPSC Success story garima agrawal

सार

UPSC Success Story: मध्य प्रदेश की गरिमा अग्रवाल ने फैमिली बिज़नेस छोड़ UPSC की राह चुनी। दो बार परीक्षा देकर IPS और फिर IAS बनीं। आज तेलंगाना में ADM के पद पर कार्यरत हैं।

UPSC Success Story: यूपीएससी की सफलता की कहानी में हर साल कुछ नाम खास होते हैं। इनमें से एक नाम है गरिमा अग्रवाल का, जिन्होंने न केवल अपनी मेहनत और लगन से UPSC की परीक्षा को दो बार पास किया, बल्कि अपने सपने को भी साकार किया। गरिमा ने फैमिली बिजनेस को छोड़कर सिविल सेवा में अपना भविष्य बनाने का संकल्प लिया और आज वह एक आईएएस अधिकारी हैं।

कैसे शुरू हुआ गरिमा का सफर?

गरिमा अग्रवाल का जन्म और पालन-पोषण मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में हुआ। वह एक बहुत ही मेधावी छात्रा थीं, जो हमेशा अपनी पढ़ाई में अव्‍वल रहती थीं। गरिमा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खंडवा के सरस्वती विद्या मंदिर से की और इसके बाद उन्होंने जेईई परीक्षा पास करके आईआईटी हैदराबाद में दाखिला लिया। इसके बाद गरिमा ने जर्मनी में अपनी इंटर्नशिप की, लेकिन यहां से उनका रास्‍ता पूरी तरह बदल गया।

फैमिली बिजनेस छोड़कर UPSC की ओर रुख किया

गरिमा का परिवार एक बिजनेस चला रहा था, लेकिन उन्होंने यह तय किया कि वह अपने परिवार के व्यवसाय को न चलाकर, अपनी पहचान बनाने के लिए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करेंगी। वह जानती थीं कि इस दिशा में मेहनत करनी होगी, लेकिन उनका सपना बहुत बड़ा था। इसलिए, जर्मनी में इंटर्नशिप खत्म करने के बाद, गरिमा ने UPSC की परीक्षा की तैयारी शुरू की।

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दो बार UPSC की परीक्षा में सफलता

गरिमा ने सबसे पहले 2017 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा दी और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में 240वीं रैंक के साथ चयनित हो गईं। हालांकि, उन्हें यह रैंक संतोषजनक नहीं लगी, क्योंकि उनका सपना था कि वह आईएएस अधिकारी बनें। इसलिए, उन्होंने तैयारी जारी रखी और 2018 में फिर से परीक्षा दी। इस बार उनका परिश्रम रंग लाया और गरिमा ने 40वीं रैंक प्राप्त की, जिससे उनका सपना आईएएस अधिकारी बनने का पूरा हुआ।

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आज आईएएस अधिकारी के रूप में गरिमा की सफलता

आज गरिमा अग्रवाल तेलंगाना में सहायक जिला मजिस्ट्रेट (ADM) के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनका कहना है कि अगर किसी के पास सच्ची नीयत हो, तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। गरिमा की सफलता की कहानी यह साबित करती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो किसी भी चीज का हासिल करना संभव है।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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