उत्तराखंड के स्कूलों में गीता-रामायण को सिलेबस का हिस्सा बनाने की तैयारी, NCERT को भेजा प्रस्ताव

Published : Jul 16, 2025, 11:56 AM ISTUpdated : Jul 16, 2025, 12:04 PM IST
uttarakhand schools to teach gita and ramayana

सार

Gita and Ramayana in Uttarakhand School Curriculum: उत्तराखंड के स्कूलों में गीता और रामायण पढ़ाने की तैयारी चल रही है। इन धार्मिक ग्रंथों को राज्य के सरकारी स्कूलों के सिलेबस में शामिल करने के लिए NCERT से अनुरोध किया गया है। जानिए पूरी डिटेल। 

Uttarakhand Schools Gita Ramayana Syllabus: उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में अब भगवद गीता और रामायण पढ़ाए जाने की तैयारी चल रही है। राज्य के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के अनुसार राज्य सरकार ने इस संबंध में NCERT से अनुरोध किया है। कहा गया है कि इन धार्मिक ग्रंथों को राज्य के 17,000 सरकारी स्कूलों के सिलेबस में शामिल किया जाए। इससे पहले यह निर्णय शिक्षा विभाग की मुख्यमंत्री के साथ बैठक में लिया गया था कि भगवद गीता और रामायण को स्कूलों के सिलेबस में लाया जाएगा। यह भी कहा गया है कि जब तक नया सिलेबस लागू नहीं होता, तब तक हर दिन स्कूलों की प्रार्थना सभा में गीता और रामायण के श्लोकों का पाठ कराया जाएगा। बता दें कि हाल ही में NCERT ने नई किताब वीणा लॉन्च की है, जो साइंस और आध्यात्म का मिश्रण है। आगे जानिए NCERT की नई किताब वीणा के बारे में।

NCERT की नई किताब वीणा में क्या है खास?

NCERT की ओर से 15 जुलाई को एक नई किताब वीणा लॉन्च की गई है। इस किताब को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानी NEP 2020 के तहत तैयार किया गया है। इस किताब का मकसद छात्रों को भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों और सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना है। किताब के प्रमुख चैप्टर्स में गंगा की कहानी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत कई रोचक विषय शामिल हैं। जिसमें गंगा की कहानी में गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा नदी की यात्रा को दर्शाया गया है। इसमें हरिद्वार, वाराणसी, प्रयागराज, पटना, कानपुर और कोलकाता जैसे शहरों को कवर करते हुए आश्रमों, साधुओं और कुंभ मेले की संस्कृति को शामिल किया गया है। AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैप्टर में मशीनों की सोचने-समझने की क्षमता को सरल भाषा में समझाता है, जिससे मिडिल स्कूल के छात्रों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा मिल सके। इसमें गगनयान मिशन भी शामिल है जिसमें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के बारे में बताता यह अध्याय ISRO की महत्वाकांक्षाओं को दिखाता है। रोचक चैप्टर न्याय की कुर्सी में राजा भोज और विक्रमादित्य जैसे ऐतिहासिक किरदारों के जरिए न्याय और समानता के मूल्यों को बच्चों को सिखाने की कोशिश की गई है। हाथी और चींटी अध्याय में एक मजेदार कहानी के माध्यम से बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में बताया गया है। 

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इन सबके अलावा अन्य कई रोचक विषय शामिल किए गए हैं। जिसमें काजीरंगा नेशनल पार्क, अजंता और एलोरा की गुफाएं, प्राकृतिक रंग कैसे बनते हैं, पैरा ओलंपिक चैंपियन मुरलीकांत पेटकर की प्रेरणादायक कहानी भी शामिल है। NCERT ने कुछ कक्षाओं के लिए नई किताबें जारी कर दी हैं और बाकी किताबें इस साल के अंत तक आ जाएंगी।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
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