
Verizon Layoffs 2025: अमेरिका की बड़ी टेलीकॉम कंपनी वेरिजोन कम्युनिकेशंस (Verizon Communications) इन दिनों बड़े बदलावों से गुजर रही है। कंपनी ने अपने इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी का ऐलान कर दिया है, जिसमें करीब 13,000 कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है। यह फैसला वेरिजोन के नए सीईओ डैन शुलमैन ने लिया है, जो कंपनी को कस्टमर फर्स्ट मॉडल पर पूरी तरह से दोबारा तैयार करना चाहते हैं। बीते कुछ सालों से Verizon की पकड़ बाजार में ढीली पड़ रही थी और AT&T-T-Mobile की तेज रफ्तार ग्रोथ ने उस पर भारी दबाव बना दिया था। ऐसे में अब कंपनी बड़े पैमाने पर खर्च कम करके खुद को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रही है। लेकिन इस बड़े बदलाव की कीमत हजारों कर्मचारियों को चुकानी पड़ सकती है।
कंपनी ने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर जानकारी दी है कि छंटनी चरणबद्ध तरीके से शुरू होगी। अमेरिका में तुरंत नोटिस दे दिया गया है, जबकि दूसरे देशों में आने वाले हफ्तों में भेजे जाएंगे। यह छंटनी मुख्य रूप से गैर-यूनियन कर्मचारियों की है।
नए CEO डैन शुलमैन का मानना है कि Verizon का खर्च बहुत ज्यादा बढ़ चुका है। इस खर्च की वजह से कंपनी कस्टमर को बेहतर सर्विस देने में पूरा निवेश नहीं कर पा रही। इसलिए कंपनी को पूरी तरह से रीऑर्गनाइज किया जा रहा है, ताकि नया फोकस कस्टमर डिलाइट पर हो। उनके शब्दों में कहें तो-'हमें कंपनी को फिर से ऐसे तैयार करना होगा कि हर काम में कस्टमर सबसे ऊपर हो'।
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हाल के तिमाही आंकड़ों के अनुसार Verizon ने 7,000 पोस्टपेड फोन यूजर्स खो दिए। विश्लेषकों को उम्मीद थी कि कंपनी 19,000 नए ग्राहक कमाएगी, लेकिन उल्टा हुआ। दूसरी तरफ AT&T और T-Mobile लगातार अपने यूजर्स बढ़ा रहे हैं। यानी ग्राहकों की नजर में Verizon की सर्विस अब पहले जैसी मजबूत नहीं बचीं।
कॉस्ट कट करने के लिए कंपनी सिर्फ कर्मचारियों को नहीं हटाएगी, बल्कि कॉन्ट्रैक्ट वर्करों के खर्च में बड़ी कटौती करना, आउटसोर्सिंग कम करना, काम करने के तरीके में बड़े बदलाव जैसे कदम भी उठाएगी। इन कदमों से कंपनी गैर-यूनियन वर्करों पर होने वाला खर्च लगभग 20% कम करना चाहती है।
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कर्मचारियों पर असर कम करने के लिए CEO ने एक कदम और उठाया है, जिसमें Verizon ने 20 मिलियन डॉलर का रिस्किलिंग फंड बनाया है। इस फंड से निकाले गए कर्मचारियों को नई स्किल सीखने में मदद मिलेगी, खासकर AI और ऑटोमेशन से जुड़े नए रोल्स के लिए।