
Who is Ishaan Tharoor: अमेरिका में इन दिनों एक बाप-बेटे की बातचीत सुर्खियों में है और ये कोई आम बातचीत नहीं, बल्कि एक इंटरव्यू है, जहां बेटा सवाल कर रहा है और बाप जवाब दे रहा है। बेटा हैं ईशान थरूर, जो वॉशिंगटन पोस्ट में ग्लोबल अफेयर्स कॉलमिस्ट हैं और पिता हैं कांग्रेस सांसद व मशहूर लेखक शशि थरूर। ये घटना तब हुई जब शशि थरूर अमेरिका में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर ऑल-पार्टी डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे थे।
बातचीत में ईशान ने अपने पिता से सीधे सवाल पूछे, खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर। इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। ईशान का सवाल था, क्या किसी देश ने पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सबूत मांगे? और पाकिस्तान के इनकार पर भारत की प्रतिक्रिया कैसी रही? शशि थरूर ने जवाब दिया कि भारत ने जो प्रतिक्रिया दी, वह बिना ठोस सबूतों के संभव नहीं थी।
ईशान थरूर, कांग्रेस नेता शशि थरूर के बेटे हैं, लेकिन अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। वह वॉशिंगटन डीसी में रहने वाले एक मशहूर अंतरराष्ट्रीय पत्रकार हैं। फिलहाल वह वॉशिंगटन पोस्ट में ‘ग्लोबल अफेयर्स’ पर नियमित कॉलम लिखते हैं। ईशान का जन्म 1984 में सिंगापुर में हुआ था, जब उनके पिता संयुक्त राष्ट्र में काम कर रहे थे। उनके एक जुड़वां भाई भी हैं कनिष्क थरूर, जो खुद भी लेखक हैं।
ईशान थरूर की पढ़ाई भी शानदार रही है। उन्होंने अमेरिका की मशहूर येल यूनिवर्सिटी से इतिहास, जातीयता और माइग्रेशन जैसे विषयों में डिग्री ली। उन्हें येल में पढ़ाई के दौरान सडलर फेलोशिप भी मिली थी, जो मेधावी छात्रों को दी जाती है।
ईशान ने अपना करियर 2006 में टाइम मैगजीन से शुरू किया। वहां उन्होंने रिपोर्टर से लेकर सीनियर एडिटर तक का सफर तय किया। 2014 में उन्होंने टाइम को छोड़ दिया और वॉशिंगटन पोस्ट से जुड़ गए। उनकी खासियत है, दुनिया भर की राजनीति, कूटनीति और इतिहास को आज की घटनाओं से जोड़कर गहरी समझ के साथ पेश करना। ईशान ने सिर्फ पत्रकारिता ही नहीं की, बल्कि वह जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में पढ़ा भी चुके हैं। उन्होंने 2018 में वहां "डिजिटल युग में वैश्विक राजनीति" (Global Affairs in the Digital Age) विषय पर टीचिंग की।
हाल ही में ईशान थरूर ने अपने ही पिता से जो सवाल पूछे, उन्होंने भारत में भी लोगों का ध्यान खींचा। एक तरफ जहां शशि थरूर भारतीय राजनीति में ऊंचा कद रखते हैं, वहीं उनके बेटे का ये प्रोफेशनल अंदाज दिखाता है कि पत्रकारिता में वह कितने गंभीर और निडर हैं।
ईशान थरूर भले ही भारत की राजनीति का हिस्सा न हों, लेकिन अब उनकी पहचान सिर्फ शशि थरूर के बेटे की नहीं, बल्कि एक तेज-तर्रार पत्रकार और ग्लोबल वॉयस के रूप में बन चुकी है। उनके सवाल और विश्लेषण आज दुनियाभर के पाठकों के लिए अहम हो चुके हैं।