Delhi Blast के बाद चर्चा में अल-फलाह यूनिवर्सिटी, जानिए कब बनी, कहां है और क्या पढ़ाया जाता है

Published : Nov 11, 2025, 03:35 PM IST
al falah university faridabad

सार

Al Falah University Faridabad: दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी सुर्खियों में है इस बीच जानिए अल-फलाह यूनिवर्सिटी का इतिहास, कौन-कौन से कोर्स चलते हैं, पूर्व छात्र और आतंकी कनेक्शन का क्या है मामला।

Al Falah University: देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद अब जांच की कड़ी हरियाणा के फरीदाबाद तक पहुंच गई है। जांच एजेंसियों की नजर अब अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर है। बताया जा रहा है कि इस यूनिवर्सिटी से जुड़े दो डॉक्टर, डॉ उमर मोहम्मद और डॉ मुजम्मिल शकील पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का शक है। इनमें से एक डॉक्टर दिल्ली ब्लास्ट का संदिग्ध बताया जा रहा है, जबकि दूसरा पहले ही पुलिस की गिरफ्त में है। इस खुलासे के बाद अब हरियाणा पुलिस और NIA की टीमों ने यूनिवर्सिटी और उसके आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। इस बीच जानिए अल-फलाह यूनिवर्सिटी के बारे में।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी का इतिहास?

अल-फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्थित एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है। इसकी स्थापना साल 2014 में हरियाणा विधानसभा के अधिनियम के तहत की गई थी। इसके अगले ही साल 2015 में इसे यूजीसी की मान्यता भी मिल गई थी। इस यूनिवर्सिटी का संचालन अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। यूनिवर्सिटी का परिसर लगभग 70 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें क्लासरूम, हॉस्टल, स्टाफ क्वार्टर्स, लैब और एक बड़ा अस्पताल भी शामिल है।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी क्यों आई खबरों में?

दिल्ली ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद के धौज इलाके में पुलिस ने जब छापेमारी की, तो दो अलग-अलग घरों से करीब 2923 किलो विस्फोटक बरामद हुआ। इस मामले में पकड़े गए डॉ मुजम्मिल शकील, अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल फिजिशियन और शिक्षक थे। इसके बाद जांच में सामने आया कि डॉ उमर मोहम्मद, जो लाल किला धमाके का संदिग्ध है, वह भी इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। दोनों डॉक्टरों के आतंकी नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका के चलते अब यूनिवर्सिटी की गतिविधियों पर जांच चल रही है।

कौन हैं डॉ मुजम्मिल शकील और डॉ उमर मोहम्मद?

डॉ मुजम्मिल शकील जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के कोइल गांव के रहने वाले हैं। वह अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे और मेडिकल फील्ड से जुड़े थे। पुलिस को उनके किराए के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक मिले। वहीं, डॉ उमर मोहम्मद भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी से ही पढ़े थे और वहीं बतौर फिजिशियन काम कर रहे थे। जांच एजेंसियों को शक है कि उन्होंने ही दिल्ली धमाके को अंजाम दिया।

कैसे संचालित होती है अल-फलाह यूनिवर्सिटी?

अल-फलाह यूनिवर्सिटी को चलाने की जिम्मेदारी Al-Falah Charitable Trust की है, जो कई अन्य शैक्षणिक संस्थान भी संचालित करता है। इनमें शामिल हैं-

  • अल-फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
  • ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
  • अल-फलाह स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
  • अल-फलाह स्कूल ऑफ फिजिकल एंड मॉलिक्यूलर साइंसेज
  • स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट
  • स्कूल ऑफ पैरामेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में अस्पताल और मेडिकल कॉलेज भी

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के अंदर ही एक बड़ा 650 बेड वाला अल-फलाह हॉस्पिटल है, जो अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर का हिस्सा है। यहां देश-विदेश के छात्र एमबीबीएस और एमडी जैसे कोर्स करते हैं। एमबीबीएस की सीटें लगभग 200, एमडी की सीटें करीब 38 हैं। एमबीबीएस की फीस लगभग 80 लाख रुपए तक है।

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अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कौन-कौन से कोर्स चलते हैं?

यह यूनिवर्सिटी डिप्लोमा से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई कराती है। जिसमें-

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डिप्लोमा कोर्सेज

  • मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (DMLT)
  • सिविल, इलेक्ट्रिकल और मेडिकल इंजीनियरिंग
  • एजुकेशन (D.Ed.)

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएशन कोर्सेज

  • बी.टेक (मैकेनिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स)
  • बीबीए (BBA)
  • बी.कॉम (ऑनर्स)
  • बीसीए (BCA)
  • बी.ए. इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
  • बी.एड (B.Ed)
  • बी.एससी (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स)

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स 

  • एम.टेक (थर्मल, डिजाइन, कंप्यूटर साइंस, पावर सिस्टम)
  • एमबीए (MBA)
  • एम.कॉम (M.Com)
  • एमसीए (MCA)
  • एम.एससी (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमैटिक्स)
  • एम.ए. (इकोनॉमिक्स, सोशल वर्क)

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरेट (Ph.D.) कोर्सेज

  • इंजीनियरिंग, एजुकेशन, कॉमर्स, ह्यूमैनिटीज और कंप्यूटर साइंस में रिसर्च प्रोग्राम

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय छात्र और कैंपस सुविधाएं

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में विदेशों से भी छात्र पढ़ाई करने आते हैं। यूनिवर्सिटी परिसर में हॉस्टल, लाइब्रेरी, रिसर्च लैब, और स्टाफ क्वार्टर्स जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...
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