
World Teachers Day 2025 Oct 5: हर साल 5 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन शिक्षकों के समर्पण, मेहनत और उनके योगदान को याद करने और उनका सम्मान करने का अवसर है। शिक्षक सिर्फ पढ़ाते ही नहीं हैं, बल्कि वे समाज को दिशा देते हैं और हमें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में यह दिन 5 सितंबर को मनाया जाता है, जबकि दुनिया के बाकी देशों में 5 अक्टूबर को? जानिए ऐसा क्यों और इस दिन से जुड़ी खास बातें।
विश्व शिक्षक दिवस या World Teachers Day हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है शिक्षकों, प्रोफेसरों और शिक्षा क्षेत्र के सभी कर्मियों के काम को सराहना देना और उनकी मेहनत को मान्यता देना। इस दिन को UNESCO के नेतृत्व में, UNICEF, ILO और Education International के साथ मिलकर मनाया जाता है। इसका मकसद है कि शिक्षकों के अधिकार, कर्तव्य और उनकी पेशेवर स्थिति पर ध्यान दिया जाए।
इस साल का विषय है: 'शिक्षण को सहयोगी पेशे के रूप में फिर से परिभाषित करना'। इसका मतलब है कि पढ़ाई सिर्फ एक व्यक्ति का काम नहीं होना चाहिए। शिक्षक आपस में मिलकर अनुभव शेयर करें, नई तकनीकें अपनाएं और मिलकर शिक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाएं। इस तरह शिक्षक न सिर्फ अपने पेशे में संतुष्ट रहेंगे, बल्कि छात्रों को भी बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
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भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर रखा गया है। कहा जाता है कि छात्रों ने जब डॉ. राधाकृष्णन से उनके जन्मदिन पर समारोह करने की अनुमति मांगी, तो उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन की जगह यह दिन शिक्षकों को सम्मान देने के लिए मनाया जाए। तब से हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
5 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस, विश्वभर में UNESCO और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा मनाया जाता है। जबकि 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस, डॉ. राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर, शिक्षकों के योगदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। दुनिया में शिक्षकों की स्थिति और उनके काम को बेहतर बनाने के लिए 1966 में UNESCO और ILO ने विश्व शिक्षक दिवस मामने की पहली सिफारिश जारी की थी और 1997 में इसे उच्च शिक्षा के शिक्षकों तक लागू किया गया। विश्व शिक्षक दिवस और भारत का शिक्षक दिवस दोनों ही दिन हमें यह याद दिलाते हैं कि शिक्षक हमारे समाज के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। उनकी मेहनत, समर्पण और ज्ञान के बिना शिक्षा अधूरी है।
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