इस साल जेईई मेन 2021 की परीक्षा चार बार होगी। पहला सत्र 22 फरवरी से 25 फरवरी 2021 के बीच होगा, तो दूसरा सत्र मार्च, तीसरा अप्रैल और चौथा मई में होगा।
करियर डेस्क. जेइई मेन परीक्षा 2021 (JEE Main 2021) के रजिस्ट्रेशन 15 दिसंबर से शुरू हो गए हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली ये परीक्षा फरवरी से मई के बीच आयोजित की जाएगी। जेईई मेन्स परीक्षा में इस बार कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
इस साल जेईई मेन 2021 की परीक्षा चार बार होगी। पहला सत्र 22 फरवरी से 25 फरवरी 2021 के बीच होगा, तो दूसरा सत्र मार्च, तीसरा अप्रैल और चौथा मई में होगा। ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि अलग-अलग राज्यों में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं की वजह से किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इससे पहले जेईई की परीक्षा साल में दो बार ही होती थी।
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क्वेश्चन पेपर में च्वॉइस होगी
एनटीए (NTA) ने विभिन्न बोर्ड के सिलेबस को देखते हुए जेईई मेन के पेपर में एक बदलाव लाने का फैसला लिया है। एनटीए ने जेईई मेन पेपर को एक स्तर पर लाने के लिए सेक्शन में च्वॉइस देने का निर्णय लिया है।
हर विषय में 30 प्रश्न
इस बार स्टूडेंट्स को क्वेश्चन पेपर में च्वॉइस मिलेगा। हर विषय में 30 प्रश्न पूछे जाएंगे, जो दो सेक्शन में होंगे। सेक्शन ए में 20 प्रश्न और सेक्शन बी में 10 प्रश्न रहेंगे। सेक्शन बी के 10 प्रश्नों में से परीक्षार्थियों को किन्हीं 5 का उत्तर देने होंगे। पहले फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से 25-25-25 प्रश्न आते रहे हैं।
2 शिफ्ट में आयोजित होगी परीक्षा
JEE Main के पहले सेशन का एडमिट कार्ड जनवरी के पहले सप्ताह में जारी किया जाएगा। परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। परीक्षा की पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा 3 से 6 बजे तक आयोजित की जाएगी।
13 भाषाओं में होगी परीक्षा
एनटीए ने इस बार जेईई मेन परीक्षा 13 भाषाओं में कराने का निर्णय लिया है। इस बार यह परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, बांग्ला, असमी, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उड़िया, तमिल, उर्दू, तेलुगू, पंजाबी में भी होगी। अभी तक जेईई परीक्षा सिर्फ अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में होती थी।
यूपी के 750 कॉलेजों में मिलेगा प्रवेश
उत्तर प्रदेश के 750 कॉलेजों में एक लाख 40 हजार सीटों पर प्रवेश भी जेईई मेन 2021 के स्कोर के आधार पर दिया जाएगा। इस बार यूपी के कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा यूपीएसईई नहीं होगी। यह परीक्षा यूपी के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) लखनऊ की ओर से आयोजित की जाती थी और प्रदेश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में यूपीएसईई के जरिये दाखिले होते थे।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने 10 दिसंबर को छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत में संकेत दिया था कि जेईई मेन साल में दो से अधिक आयोजित किए जा सकते हैं। ये परीक्षा अब तक साल में दो बार आयोजित होती रही है। कोरोना के चलते सिलेबस में कटौती की बात भी कही गई है।