JEE-Main Paper Leak Case: रशियन हैकर ने की 820 छात्रों की मदद, हर एक से लिए 12 से 15 लाख

Published : Oct 04, 2022, 05:11 PM ISTUpdated : Oct 04, 2022, 05:22 PM IST
JEE-Main Paper Leak Case: रशियन हैकर ने की 820 छात्रों की मदद, हर एक से लिए 12 से 15 लाख

सार

सीबीआई के मुताबिक सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर रशियन हैकर ने हेराफेरी की और हर छात्र से मदद के एवज में 12 से 15 लाख रुपए। लंबे समय से इसकी तलाश चल रही थी। सोमवार को उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली।  

करियर डेस्क : जेईई मेंस की परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले (JEE-Main Paper Leak Case) के मास्टरमाइंड रशियन हैकर को सीबीआई ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन की सीबीआई (CBI) हिरासत में भेज दिया गया है। कोर्ट में केंद्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि रशियन हैकर मिखाइल शार्गिन (Mikhail Shargin) ने पिछले साल हुए जेजेई मेंस में कथित तौर पर ऑनलाइन सिस्टम में हेरफेर कर धोखाधड़ी में 820 छात्रों की मदद की। यह अब तक लगाए गए अनुमान से भी ज्यादा है। सीबीआई की दलील के बाद कोर्ट ने 25 साल के आरोपी को दो दिन की कस्टडी में भेज दिया है।

सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर 'खेल'
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि अब तक हुई जांच में जो सामने आया है, उसके मुताबिक हैकर शार्गिन ने कथित तौर पर आईलियोन सॉफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ कर यह पूरा खेल रचा। इसी प्लेटफॉर्म पर एग्जाम आयोजित की गई थी। उसने एग्जाम के समय संदिग्ध कैंडिडेट्स के कंप्यूटर को हैकर कर दूसरे आरोपियों की मदद की। इसी केस में कुछ दूसरे भी विदेशी नागरिकों के शामिल होने की जानकारी मिली है।

हर छात्र से 12 से 15 लाख रुपए लिए 
बता दें कि पूरे मामले का खुलासा सितंबर 2021 में हुआ था। तब सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके तीन डायरेक्टर्स सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के साथ ही अन्य सहयोगियों पर हेरफेर का केस दर्ज किया था। जांच एजेंसी का आरोप था कि हरियाणा के सोनीपत में हुई परीक्षा के एक केंद्र पर कंपनी और उसके निदेशकों ने रिमोट एक्सेस कके जरिए पेपर को सॉल्व किया है। इसके लिए हर एक छात्र से 12 से 15 लाख रुपए लिए गए।

कैसे हुई रशियन हैकर की गिरफ्तारी
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने हैकर मिखाइल शार्गिन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था। सोमवार 3 अक्टूबर, 2022 को जब शार्गिन कजाकिस्तान से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पहुंचा तब देर रात करीब दो बजे इसकी जानकारी सीबीआई को मिली। इसके बाद सीबीआई की एक टीम एयरपोर्ट पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के मुताबिक, मुख्य हैकर ने इस मामले में शामिल अन्य लोगों की भी जानकारी दी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह किसके इशारे पर काम कर रहा था। 

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