यह छात्रवृत्ति सिर्फ सरकारी कॉलेजों के छात्रों के लिए होगी और इसकी राशि कॉलेज द्वारा ली जाने वाली फीस के अनुपात में तय होगी। 60 से 70 प्रतिशत अंक पाने वाले छात्रों को फीस की 70 प्रतिशत राशि दी जाएगी।
करियर डेस्क. पंजाब मंत्रिमंडल (Punjab Cabinet) ने उच्च शिक्षा (Higher education) में मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना (Punajb Mukhya Mantri scholarship scheme) लागू करने को मंजूरी दे दी। सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, इस योजना से गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले प्रतिभावान छात्रों (talented students) को मदद मिलेगी, खास तौर से सामान्य श्रेणी के छात्रों को फायदा मिलेगा। योजना के लागू होने पर सरकार पर प्रतिवर्ष 36.05 करोड़ रुपये का राजस्व भार पड़ेगा।
किसे मिलेगी स्कॉलरशिप
यह छात्रवृत्ति सिर्फ सरकारी कॉलेजों के छात्रों के लिए होगी और इसकी राशि कॉलेज द्वारा ली जाने वाली फीस के अनुपात में तय होगी। 60 से 70 प्रतिशत अंक पाने वाले छात्रों को फीस की 70 प्रतिशत राशि दी जाएगी। सरकार ने कहा कि इसी तरह 70 से 80 प्रतिशत अंक पाने वालों को 80 प्रतिशत और 80 से 90 प्रतिशत अंक पाने वालों को फीस की 90 प्रतिशत राशि स्कॉलरशिप के रूप में दी जाएगी। 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक पाने वाले छात्रों से कोई फीस नहीं ली जाएगी।
पंजाब सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस स्कीम का लाभ उन स्टूडेंट्स को पूरी तरह नहीं मिलेगा जो पहले से किसी और स्कॉलरशिप का फायदा ले रहे हैं। इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर आपको किसी और राज्य या केंद्र सरकार की छात्रवृत्ति का लाभ मिल रहा है, और उसके तहत मिल रही राशि पंजाब मुख्यमंत्री स्कॉलरशिप स्कीम से कम है, तो दोनों के बीच की राशि का अंतर जरूर पूरा कर दिया जाएगा।
क्यों लागू की गई स्कॉलरशिप योजना
मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना को मंजूरी देते हुए सरकार ने कहा- आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं (खासकर सामान्य वर्ग के) को उच्च शिक्षा में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। इससे राज्य में उच्च शिक्षा में नामांकन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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