यह बात उन्होंने मंगलवार सुबह भोपाल स्थित मिंटो हॉल में आदिम-जाति कल्याण विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग के 497 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से नव-निर्मित 145 शैक्षिक भवनों का वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर कही।
करियर डेस्क. मध्य प्रदेश में अब जगह-जगह स्कूल खोलने के स्थान पर 20 से 25 किमी में ही एक पूर्ण विकसित स्कूल खोलने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इसमें गांव के बच्चे बस से स्कूल आएं जाएंगे। यहां उन्हें पूर्ण रूप से आधुनिक शिक्षा मिल सकेगी।
यह बात उन्होंने मंगलवार सुबह भोपाल स्थित मिंटो हॉल में आदिम-जाति कल्याण विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग के 497 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से नव-निर्मित 145 शैक्षिक भवनों का वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर कही।
सीएम बोले अभी सिर्फ विचार ही है
शिवराज ने कहा कि हर जगह गुणवत्ता वाली शिक्षा देना संभव नहीं है। ऐसे में अगर एक पूर्ण विकसित स्कूल तैयार किया जाए, तो बेहतर होगा। इसमें शिक्षकों के आवास से लेकर हर खेल के मैदान, पक्का भवन, आधुनिक लैब समेत सभी सुविधाएं होंगी।
बच्चों को स्कूल तक लाने में बसों का उपयोग किया जाएगा। अगर सभी सहमत हैं, तो बताएं। यह विचार कैसा है। हां एक बात और कहना चाहता हूं कि अभी स्कूल बंद नहीं कर रहे हैं।
13 विशिष्ट आवासीय विद्यालय तैयार
प्रदेश के जिन नव-निर्मित शैक्षिक भवनों का लोकार्पण किया गया। इनमें आदिम-जाति कल्याण विभाग के 357 करोड़ 9 लाख रुपए लागत के 13 विशिष्ट आवासीय विद्यालयों (कन्या शिक्षा परिसरों), 4 करोड़ 63 लाख रुपए के 3 छात्रावास के नवीन भवनों और स्कूल शिक्षा विभाग के 135 करोड़ 98 लाख रुपए लागत के 129 हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी शाला भवनों का भी लोकार्पण हुआ।
लोकार्पित होने वाली सभी शैक्षणिक अधोसंरचनाएं चुनाव अप्रभावित जिलों की हैं। जिन जिलों में विधानसभा उप निर्वाचन है, वहां के निर्माण कार्य इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से संवाद किया
मुख्यमंत्री शिवराज ने लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान भोपाल, शाजापुर और उमरिया जिले के हितग्राहियों और जन-प्रतिनिधियों से शैक्षणिक सुविधाओं के संबंध में संवाद भी किया। आदिम-जाति कल्याण विभाग के लोकार्पित होने वाले 13 कन्या शिक्षा परिसरों में जन-जातीय वर्ग के 6 हजार 370 बालिकाओं और 3 छात्रावास भवनों में 150 छात्रों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के नव निर्मित 129 हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल 26 जिलों के अलग-अलग स्थानों पर निर्मित हैं। इन शाला भवनों के निर्माण से करीब 21 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इन शालाओं के लिये शीघ्र ही फर्नीचर की व्यवस्था भी की जा रही है।