75 साल, 5 युद्ध और हिंदुस्तान की ताकत : जब-जब दुश्मन ने आंख उठाई, सेना के जांबाजों ने मुंहतोड़ जवाब दिया

Published : Aug 15, 2022, 10:05 AM ISTUpdated : Aug 15, 2022, 10:07 AM IST
75 साल, 5 युद्ध और हिंदुस्तान की ताकत : जब-जब दुश्मन ने आंख उठाई, सेना के जांबाजों ने मुंहतोड़ जवाब दिया

सार

लाल किले की प्राचीर से देश के नाम अपने पैगाम में पीएम मोदी ने कहा- आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। दुनिया अब समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगी है। यह बदलाव 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है।

करियर डेस्क : आज भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ (Swantantrta Diwas 2022) मना रहा है। पूरे देश में महोत्सव चल रहा है। आजाद भारत में 75 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने का काम मेड इन इंडिया (Made in India) तोप ने किया है। यह बदलते और आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर है। क्या आप जानते हैं कि 1947 में आजादी मिलने के बाद दुश्मन ने कई बार भारत पर आक्रमण किया लेकिन भारतीय सेना के जांबाजों की वीरता के आगे हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी। आइए जानते हैं आजादी के बाद भारत ने कब-कब दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब दिया... 

आजादी के बाद भारत के  5 युद्ध
15 अगस्त, 1947 को अनगिनत कुर्बानियों के बाद अंग्रेजी हुकूमत से हिंदुस्तान को आजादी मिली। लेकिन देश की आजादी के बाद भी हमारे दो पड़ोसी मुल्क हमारे लिए हमेशा ही खतरा बने रहे। पहला चीन और दूसरा पाकिस्तान... हालांकि जब-जब उन्होंने हिंदुस्तान की ओर आंख उठाई। भारतीय सेना के जांबाजों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। आजादी के बाद चीन ने एक और पाकिस्तान ने चार बार नापाक इरादे दिखाए। जिसमें सेना के साहस के आगे उन्हें घुटने टेकने पड़े और दुनिया ने हिंदुस्तान की ताकत देखी।

       युद्ध                    साल             दिन
भारत-पाकिस्तान   1947-48        441 दिन
भारत-चीन           1962                32 दिन
भारत-पाकिस्तान   1965                50 दिन
भारत-पाकिस्तान   1971                13 दिन
भारत-पाकिस्तान   1999                85 दिन (कारगिल)

स्वदेशी तोप आत्मनिर्भर भारत की झलक
आज पहली बार स्वदेशी तोप से स्वतंत्रता दिवस पर सलामी दी गई। इसके लिए DRDO द्वारा बनाए गए स्वदेशी हॉवित्जर गन का इस्तेमाल हुआ। इसे ATAGS (Advanced Towed Artillery Gun System) कहा जाता है। यह तोप दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक मारक क्षमता वाले तोपों में से एक है। यह माइनस 30 डिग्री की ठंड या 75 डिग्री की गर्मी किसी भी मौसम में 48 किलोमीटर की दूसरी तक टारगेट कर सकता है। चीन से लगी एलएसी से लेकर राजस्थान के रेतीले मैदान तक इस तोप का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह 155 एमएम कैलिबर की तोप है। इससे 155 एमएम के गोले दागे जा सकते हैं। हर मिनट यह तोप 5 गोले दाग सकता है। 

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