लोकसभा सदस्य ने कहा; एमबीए करने वाले व्यक्ति को रेलवे में मिली खलासी की नौकरी

द्रमुक सांसद ए राजा ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि देश में बेरोजगारी की स्थिति यह है कि एमबीए डिग्रीधारी युवक को रेलवे में खलासी और एमएससी(गणित) की पढ़ाई करने वाले छात्र को मद्रास नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी करनी पड़ रही है

Asianet News Hindi | Published : Mar 16, 2020 8:17 AM IST

नई दिल्ली: द्रमुक सांसद ए राजा ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि देश में बेरोजगारी की स्थिति यह है कि एमबीए डिग्रीधारी युवक को रेलवे में खलासी और एमएससी(गणित) की पढ़ाई करने वाले छात्र को मद्रास नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी करनी पड़ रही है। ऐसे में सरकार को रोजगार बढ़ाने के लिए प्रयास करने चाहिए।

सदन में देश में पंजीकृत बेरोजगार व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के दौरान राजा ने कहा कि बेरोजगारी की स्थिति यह है कि एमएसी (गणित) की पढ़ाई करने वाले एक छात्र को मद्रास नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी करनी पड़ी।

Latest Videos

बेरोजगारी की स्थिति पर श्वेत पत्र लाने की मांग

उन्होंने कहा कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग और एमबीए डिग्रीधारी व्यक्ति को रेलवे में खलासी के तौर पर काम करना पड़ रहा है। इस पर श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि इस सरकार में लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिला है और इसके साथ ही यह सरकार लोगों को रोजगार देने के लायक बनाने की दिशा में काम कर रही है।

पूरक प्रश्न पूछते हुए अदूर प्रकाश ने सरकार से बेरोजगारी की स्थिति पर श्वेत पत्र लाने की मांग की। इसके जवाब में गंगवार ने कहा कि सदस्य बेरोजगारी को लेकर जो आंकड़े चाहते हैं वो उन्हें उपलब्ध करा दिए जाएंगे।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)
 

Share this article
click me!

Latest Videos

मुजफ्फरनगर में क्यों भिड़ गए योगी के 2 मंत्री, जमकर हुई तू-तू, मैं-मैं । Anil Kumar । Kapil Dev
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में क्यों कराया जाता है कौवे को भोजन, क्या है महत्व
New York में Hanumankind, आदित्य गढ़वी और देवी श्री की जोरदार Performance, PM Modi ने लगाया गले
अमेरिका ने लौटाया भारत का 'खजाना', 297 नायाब चीजों के साथ वापस लौटेंगे PM Modi । India America
Pitru Paksha 2024: बिना पैसा खर्च किए कैसे करें पितरों को खुश ?